पटना

ओमिक्रोन से बचने के लिए नालंदा में मुहिम तेज- राज्य से 99 लोगों की सूची जिले को कराया गया उपलब्ध जिनका रहा विदेश यात्रा का इतिहास


      • 74 की हो चुकी है शिनाख्त 6 की तलाश जारी, 15 का एड्रेस गलत, तीन जिले के बाहर के
      • राहत की बात 46 का हुआ सैंपल जांच सभी मामले निकले निगेटिव

बिहारशरीफ (नालंदा)। कोविड के थर्ड वेभ की संभावनाओं तथा विदेशो में ओमिक्रोन के खतरों के बीच नालंदा जिला का स्वास्थ्य महकमा आम लोगों के बीच कोविड संक्रमण ना फैले इसके लिए संवेदनशील हुआ है। राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में जिले का स्वास्थ्य महकमा विदेशों से आने वाले लोगों या फिर जिनका फॉरेन ट्रैवल हिस्ट्री रहा है उन्हें बारीकी से खोजकर उनकी कोविड जांच करवा रही है। जिले के लिए अच्छी खबर यह है कि विदेश घूमने वालों के अब तक कराये गये सैंपल जांच में एक भी केस पॉजिटिव नहीं निकला है।

जिले को राज्य द्वारा 99 लोगों की सूची इंटरनेशनल ट्रेवलर के रूप में मिली थी, जिसमें 74 लोगों को अब तक ट्रैक किया जा चुका है। जबकि 6 लोग अंडर ट्रैकिंग है। इनकी तलाश जारी है, जबकि 15 इनमें ऐसे लोग है जिनका परमानेंट एड्रेस उपलब्ध नहीं है। तीन ऐसे लोगों का भी एड्रेस मिला है, जो जिले के बाहर के है, इनमें दो पटना और एक भागलपुर के रहने वाले है। एक ऐसे व्यक्ति की सूची राज्य से मिली है, जिनका नाम डबल इंट्री है।

स्वास्थ्य विभाग ने जिन 74 लोगों को ट्रैक किया उसमें 46 लोगों का सैंपल संकलन कर कोविड जांच के लिए भेजा था। सभी 46 लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया और सभी का रिपोर्ट निगेटिव मिला, लेकिन इन लोगों का सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए भी भेजा गया। 27 लोगों का रिपोर्ट अब तक प्राप्त हो चुका है और सभी का आरटीपीसीआर रिपोर्ट अब तक निगेटिव रहा है। 19 लोगों का आरटीपीसीआर रिपोर्ट आना बाकी है।

इस प्रकार जिले में जिन 99 लोगों की सूची मिली थी, उसमें 80 लोग ही सही तौर पर चिन्हित हुए है, जिनमें 46 का सैंपल जांच किया जा चुका है। बाकी का सैंपल कलेक्ट करने और जांच में भेजने की प्रक्रिया चल रही है। जबकि 6 लोगों की तलाश में स्वास्थ्य महकमा लगा हुआ है, लेकिन 15 वैसे लोग जिनका परमानेंट एड्रेस नहीं है, वह स्वास्थ्य महकमा के लिए परेशानी का विषय बना हुआ है। ऐसे लोगों की शिनाख्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अंधेरे में हाथ-पैर पटक रही है।