प्रतिभागियों ने पीड़ित परिवारों के लिए न्याय इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी के अलावा मिश्रा के निलंबन की मांग की।
किसान कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका मानना है कि कानूनों से उनकी आजीविका को खतरा है वे पिछले नवंबर से दिल्ली के बॉर्डरों के पास डेरा डाले हुए हैं।
सरे रैली में भाग लेने वालों ने पिता पुत्र के खिलाफ कार्रवाई कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की।
रैली की शुरुआत में एक क्षण का मौन रखा गया इस अवसर पर पीड़ितों के नाम पढ़े गए।
चार किसानों की हत्या के बाद हुई हिंसा के दौरान मारे गए एक स्वतंत्र पत्रकार रमन कश्यप को भी याद किया गया।
उपस्थित लोगों ने पीड़ितों को न्याय दिलाने की गुहार लगाई।