आरोपियों की पहचान रामू, यशोदा, मांजा, मांजे गौड़ा, अयंगरी, श्रीकांत रामानुजा अयंगर के रूप में हुई है। इन सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह घटना 29 जुलाई को चौदानहल्ली गांव में हुई थी। बदमाशों ने बंदरों को बोरे में भरकर सड़क किनारे फेंक दिया था।
इस घटना का पता तब चला जब स्थानीय युवकों ने सड़क किनारे बोरे पड़े देख उन्हें खोला।
शुरुआत में, रिपोटरें ने सुझाव दिया कि 30 बंदर मारे गए। बाद में, इस घटना में 38 बंदरों के मारे जाने की पुष्टि हुई।
इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कर्नाटक उच्च न्यायालय ने इस मामले में एक जनहित याचिका का आदेश दिया था।
वन विभाग पुलिस ने जांच तेज कर आसपास के गांवों से आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।