कर्नाटक में मांड्या के एक मंदिर में चोरी हुई भगवान बालाजी की एक प्राचीन मूर्ति तमिलनाडु के गोबीचेट्टीपलायम में एक घर से जब्त कर लिया गया है। राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) की मूर्ति शाखा ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। मूर्ति शाखा पुलिस ने बताया कि मध्य जोन के अतिरिक्त पुलिस उपाधीक्षक बालमुरुगन की देखरेख में इंस्पेक्टर इलांगो के नेतृत्व में जांच अभियान चलाया गया। आइडल विंग पुलिस ने कहा कि पुलिस कर्मियों ने अपने आप को तस्कर बताया था, जिसके बाद बालाजी मूर्ति की प्रतिमा बरामद की गई। शुरुआती जांच में पता चला की बालाजी की मूर्ति मांड्या में एक मंदिर के पुजारी ने कुछ साल पहले चुराई थी और एक वकील को बेच दी थी। पूछताछ के बाद वकील ने कबूला कि मूर्ति, मंदिर के पुजारी ने पैसों के बदले में मूर्ति देने का सौदा किया था। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस मूर्ति की कीमत करोड़ रुपये की है। वकील ने बताया कि पुजारी की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी और उस पैसों की जरूरत थी। कर्नाटक पुलिस ने जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल कर दी है। बता दें कि जब्त की गई मूर्ति का वजन 22.8 किलोग्राम, ऊंचाई 58 सेमी और चौड़ाई 31 है। मूर्ति मिलने के बाद डीजीपी सी सिलेंद्र बाबू ने आइडल विंग की टीम की सराहना की है। बता दें कि ये मूर्ति काफी पुरानी थी और इसे कुंबकोणम की अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया गया।