- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कलकत्ता हाई कोर्ट के जज कौशिक चंद ने 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही उन्होंने खुद को उस याचिका की सुनवाई से भी अलग कर लिया है जिसमें शुभेंदु अधिकारी के नंदीग्राम में जीत को लेकर चुनौती दी गई थी।
दरअसल ममता बनर्जी ने पूर्व में जस्टिस कौशिक चंद के इस से अलग होने की मांग की थी। ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि जस्टिस चंद के बीजेपी से रिश्ते हैं और उनका फैसला पक्षपाती होगा।
जस्टिस कौशिक चंद ने हालांकि मामले की सुनवाई से खुद को अलग करने से पहले कई गंभीर टिप्पणी की। जस्टिस चंद ने ममता बनर्जी पर एक जज को ‘पूर्वनियोजित तरीके से बदनाम’ करने की कोशिश और अपने संवैधानिक कर्तव्यों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
अलग कोर्ट को मामले को सौंपने की थी मांग
दरअसल, ममता बनर्जी ने नंदीग्राम विधानसभा सीट पर शुभेंदु अधिकारी से मिली हार को कोलकाता हाई कोर्ट में चुनौती दी है। इसी केस की सुनवाई कौशिक चंद की पीठ कर रही थी। इस पर ममता बनर्जी ने उन्हें केस से अलग किए जाने की मांग की थी।
कलकत्ता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को 16 जून को पत्र लिखकर ममता बनर्जी ने जस्टिस कौशिक चंद को सुनवाई से हटाने की मांग रखी थी।