संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई को शुरू हुआ है. इसके शुरू होने के साथ ही विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेर रहा है. मानसून सत्र की पहले दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले संसद भवन में विपक्षी नेताओं ने सरकार को घेरने की रणनीति तय करने के लिए बैठक की थी. इसमें किसान आंदोलन और पेगासस जासूसी विवाद जैसे मामलों पर चर्चा की गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संसद में विपक्षी दलों द्वारा हंगामा करने और कार्यवाही में बाधा पहुंचाने पर मंगलवार को चिंता जताई थी और कहा था कि ऐसे समय में जब पूरी मानव जाति कोविड-19 महामारी संकट का सामना कर रही है, विपक्षी दलों का यह रवैया बहुत गैर जिम्मेदाराना है.
वहीं कांग्रेस ने पेगासस जासूसी विवाद को लेकर मंगलवार को सरकार पर हमला और तेज कर दिया था. साथ ही मामले में संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराए जाने की मांग की. कांग्रेस ने अन्य विपक्षी पार्टियों के साथ संसद के दोनों सदनों में यह मुद्दा उठाते हुए कार्यवाही भी बाधित की थी. विपक्षी सदस्यों ने पत्रकारों, नेताओं, मंत्रियों, न्यायाधीशों और अन्य लोगों की इजराइली पेगासस स्पाईवेयर से जासूसी कराए जाने के आरोपों पर दोनों सदनों में हंगामा किया और इस संबंध में गहन जांच की मांग की.