लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश का सबसे पुराना राजनीतिक दल कांग्रेस आजादी के बाद दिशाहीन और आज नेतृत्वविहीन भी हो गया है। दिशाहीनता का ही दुष्परिणाम है कि कांग्रेस के तमाम नेताओं ने लगातार भारत की सभ्यता व सनातन संस्कृति को कोसने, अपमानित और बदनाम करने के कुत्सित प्रयास किए हैं।
यूपीए सरकार के समय तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री ने भगवा आतंकवाद के नाम पर भारत की सनातन संस्कृति को अपमानित व दुनिया के सामने बदनाम करने की कुत्सित चेष्टा की थी। हर व्यक्ति जानता है कि कांग्रेस की नीतियां देश के अंदर नक्सलवाद और आतंकवाद का कारण बनीं। कांग्रेस नेतृत्व उन लोगों के हाथ की कठपुतली बनी हुई थी, जो देश के विभाजन के कारक थे।
‘कांग्रेस सरकार में आतंकवाद और उग्रवाद से लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं थी’
बुधवार को महाराष्ट्र दौरे पर जाने से पहले मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में आतंकवाद और उग्रवाद से लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद और नक्सलवाद की समस्या का समाधान हुआ है। जम्मू कश्मीर में उग्रवाद-आतंकवाद और पूर्वोत्तर की अराजकता पर अंकुश लग गया है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की जड़ संविधान के अनुच्छेद-370 को प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पूरी तरह समाप्त करते हुए इस राज्य को विकास की मुख्य धारा से जोड़ा गया।
कांग्रेस सनातनियों को बदनाम करने, उनके हिस्से में सेंधमारी करने, लोगों को जाति-खेमों में बांटने का कुत्सित प्रयास कर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही थी। जनता उस कांग्रेस को पूरी तरह दरकिनार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ के संकल्प के साथ जुड़ रही है। चार जून को मोदी प्रचंड बहुमत के साथ फिर प्रधानमंत्री बनेंगे। उनका तीसरा कार्यकाल भारत की समृद्धि,सुरक्षा, आत्मनिर्भर व विकसित भारत बनाने की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा।