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कांग्रेस ने कहा- जनता का निर्णय सर्वोपरी, आत्मविश्लेषण करेंगे और गलतियां सुधारेंगे


  • कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद रविवार को कहा कि वह जनादेश को स्वीकार करती है तथा वह इसका विश्लेषण करेगी और गलतियां सुधारेगी। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस बात पर जोर भी दिया कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस ही एकमात्र मजबूत विकल्प है।

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस असम और केरल में सत्ता में वापसी करने में विफल रही, जहां वह मुख्य विपक्षी दल थी। पश्चिम बंगाल में उसका सफाया हो गया तो पुडुचेरी में भी उसे हार मिली है। तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व वाला गठबंधन जीत की ओर अग्रसर है, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है।

सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ”हम इन चुनाव परिणामों को पूरी विनम्रता और ज़िम्मेदारी से स्वीकार करते हैं। इस विषय पर कोई दो राय नहीं हो सकती कि चुनाव परिणाम हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं हैं, विशेषकर असम और केरल विधानसभा के चुनाव परिणाम हमारे लिए चुनौतीपूर्ण भी हैं और आशा के विपरीत भी।”

उन्होंने कहा, ”हम चुनाव हारे हैं, पर न ही हिम्मत हारी, न मनोबल खोया और न ही आगे बढ़ते रहने का संकल्प। कांग्रेस पार्टी इन चुनाव परिणामों का पार्टी मंच पर विधानसभावार विश्लेषण करेगी और जहां जो भी कमियां रही है, भविष्य के लिए उन्हें सुधार कर हम और गंभीरता से काम करेंगे।”

कांग्रेस नेता ने कहा, ”असम और केरल के चुनाव परिणाम हमारे लिए चिंतन का विषय हैं। इन दोनों ही राज्यों में हमारे कार्यकर्ताओं व नेताओं ने मिलकर धरातल पर कड़ी मेहनत की, पर जनता का मत फिर भी हमारे पक्ष में नहीं रहा। दोनों ही राज्यों में हम एक ज़िम्मेदार विपक्ष के रूप में जनता की समस्याओं को सदन में भी और सदन के बाहर भी पूरी ताकत से उठाएंगे।”

सुरजेवाला ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत की बधाई दी और कहा कि यह भाजपा के ‘विभाजनकारी एजेंडे, धनबल और बाहुबल’ की हार है। उन्होंने कहा, ”हम असम में भारतीय जनता पार्टी व सर्वानंद सोनोवाल को जीत की मुबारकबाद देते हैं। हम केरल में एलडीएफ व पिनराई विजयन को भी जीत की शुभकामनाएं देते हैं। हमें उम्मीद है कि वो न केवल अपने चुनावी वादों पर खरा उतरेंगे, बल्कि महामारी के इस माहौल में हर जीवन की रक्षा हेतु अपनी सरकार की पूरी ताकत लगाएंगे। ”

कांग्रेस नेता ने कहा, ”तमिलनाडु में हम द्रमुक गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़े। जनता ने भाजपा और अन्नाद्रमुक के गठबंधन को नकारकर हमारे गठबंधन में विश्वास जताया है। हम जनाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और प्रदेश की प्रगति के लिए कार्य करेंगे।”