- , नई दिल्ली। सरकार की घेरेबंदी के लिए किसान आंदोलन के वक्त एक टूलकिट की साजिश का पर्दाफाश हुआ था। कोरोना काल में भी वैसी ही एक टूलकिट इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। भाजपा का आरोप है कि राजनीतिक लाभ के लिए कांग्रेस ने इसे तैयार किया है। इस टूलकिट में कांग्रेस नेताओं को साफ निर्देश दिया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि पर हमला करें। उसी लाइन पर राहुल गांधी समेत कुछ नेता लगातार व्यक्तिगत वार भी कर रहे हैं। हर कांग्रेसी नए कोरोना वैरिएंट के लिए मोदी वैरिएंट जैसे शब्दों का उपयोग कर रहा है। विदेशी मीडिया को जलते शवों के फोटो उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि सरकार कठघरे में खड़ी हो।
कोविड प्रबंधन पर कांग्रेस ने लगातार खड़े किए सवाल
पिछले दिनों में कांग्रेस की ओर से लगातार सरकार के कोविड प्रबंधन पर सवाल खड़ा किए जाते रहे हैं। लेकिन फिलहाल कांग्रेस को खुद से जाल से निकलना पड़ेगा। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने न सिर्फ आरोप लगाए बल्कि टूलकिट में उपयोग हुए शब्द और माडल और राहुल गांधी समेत कांग्रेस के दूसरे नेताओं के ट्वीट में उपयोग हो रहे शब्द और कार्यशैली में समानता को उदाहरण के रूप में पेश किया।
कांग्रेस की टूलकिट में डबल म्यूटेंट को इंडियन म्यूटेंट कहा गया
राहुल रोजाना सुबह उठते ही सवाल खड़े करते हैं और प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाते हैं। इस टूलकिट में यह भी सुझाया गया है कि सेंट्रल विस्टा पर सवाल खड़े करें और इसे ‘मोदी का महल’ बताएं। इसमें कहा गया है कि डबल म्यूटेंट को इंडियन म्यूटेंट और इंटरनेट मीडिया पर मोदी म्यूटेंट बताएं। पात्रा ने कहा कि राहुल के ट्वीट देखें या कांग्रेस सांसद शशि थरूर के या किसी और कांग्रेस नेता के, यह साबित हो जाता है कि जो कुछ टूलकिट में कहा गया है कांग्रेस उसी तरह काम कर रही है ताकि मोदी और देश की छवि को नुकसान पहुंचाकर राजनीतिक लाभ उठाया जा सके।
विदेशी मीडिया ने भी यह काम बखूबी किया
चार पेज की इस टूलकिट के पहले पन्ने पर कुंभ के बारे में विवरण दिया गया है और कहा गया है कि इसे सुपरस्प्रेडर बताया जाए ताकि लोगों में यह भावना बैठे कि भाजपा के हिंदू एजेंडे के कारण देश में कोरोना फैला। विदेशी मीडिया ने यह काम बखूबी किया है इसे और बढ़ावा देने की जरूरत है। वहीं ईद के साथ कुंभ को जोड़ने की किसी भी बहस से बचने की सलाह दी गई। पात्रा ने कहा कि कोरोना काल में भी कांग्रेस धर्म की राजनीति से बाज नहीं आ रही है।
टूलकिट के दूसरे पेज पर दो फोटो देकर यह साबित करने की भी कोशिश की गई है कि ईद आपसी प्रेम और सौहार्द का पारिवारिक पर्व है जबकि कुंभ एक धार्मिक आयोजन।
टूलकिट के माध्यम से ही सेंट्रल विस्टा पर उठाए गए सवाल
पीएम केयर्स फंड के उपयोग और उसके तहत भेजे गए वेंटिलेटर पर सवाल खड़े करने, कार्यकर्ताओं की ओर से अलग-अलग आरटीआइ फाइल करने, पीएम केयर्स के जरिए अपारदर्शी रूप से पैसा जमा करने जैसे मुद्दों पर बहस खड़ी करने की बात भी कही गई। गुजरात को अधिक मदद पहुंचाने, सेंट्रल विस्टा में 20 हजार करोड़ खर्च करने जैसे सवाल उठाए जाएं और लोगों को बताया जाए कि इतने पैसे में दो करोड़ लोगों के लिए हर माह छह हजार रुपये की न्याय स्कीम चलाने जैसी बात करनी चाहिए।
टूलकिट के माध्यम से भाजपा के इन नेताओं को किया गया टारगेट
इसी टूलकिट में मिसिंग अमित शाह, क्वारंटाइन जयशंकर, साइडलाइंड राजनाथ सिंह, इनसेंसिटिव निर्मला जैसे शब्द का उपयोग करने और समय-समय पर प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर भावनात्मक सुझाव देने की बात भी कही गई है।
पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की इस टूलकिट और पिछले दिनों कांग्रेस नेताओं के आचरण को देखने भर से साफ हो जाता है कि कांग्रेस किस तरह गंदी राजनीतिक पर उतारू है। पिछले दिनों में सोनिया गांधी, डा. मनमोहन सिंह, राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद जैसे नेताओं की ओर से चिट्ठी लिखी गई। कांग्रेस नेताओं की ओर से वही शब्द बोले जा रहे हैं जो टूलकिट में कहे गए हैं।