पानीपत में इंडियन आयल की रिफायनरी में दूसरे बायोफ्यूल प्लांट का उद्धाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर नकारात्मकता के भंवर में फंसने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता के बार-बार नकारे जाने के कारण कांग्रेस हताश है और इसी हताशा में वह काले कपड़े पहनकर काला जादू फैलाने में जुट गई है। वो कितनी ही झाड़-फूंक कर ले, कितना ही काला जादू कर ले, अंधविश्वास कर ले, जनता का विश्वास अब उस पर दोबारा कभी नहीं बन पाएगा।
कांग्रेस ने किया पलटवार
प्रधानमंत्री के इस आरोप का जवाब देते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री बेवजह काले कपड़ों को मुद्दा बना रहे हैं। जयराम रमेश ने विदेश से कालाधन लाने में सरकार की विफलता पर तंज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को देश की समस्याओं पर बात करनी चाहिए।
‘चुनावी रेवडि़यां’ देश के लिए खतरनाक
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के साथ ही चुनाव के समय ‘मुफ्त रेवड़ियों’ की घोषणा करने वाले दलों और नेताओं से भी जनता को सावधान रहने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि निजी स्वार्थ के लिए ये नेता पेट्रोल-डीजल तक मुफ्त में देने का ऐलान कर सकते हैं। लेकिन यह देश को आत्मनिर्भर बनने से रोकने के साथ-साथ हमारे बच्चों के भविष्य के लिए खतरनाक साबित होगा। प्रधानमंत्री ने देश की मौजूदा चुूनौतियों से निपटने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा की जरूरत बताते हुए पिछले आठ साल में अपनी सरकार की उपलब्धियों का विवरण पेश किया।
केजरीवाल सरकार को आड़े हाथों लिया
बायोफ्यूल प्लांट को पराली की समस्या से निपटने का स्थायी समाधान बताते हुए उन्होंने परोक्ष रूप से दिल्ली की केजरीवाल सरकार को भी आड़े हाथों लिया। केजरीवाल सरकार का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि शार्टकट अपनाने वाले भले ही कुछ समय के लिए वाहवाही बटोर लें और राजनीतिक फायदा भी उठा लें, लेकिन इससे समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल सकता है। उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों में राजनीतिक स्वार्थ के लिए शार्ट-कट अपनाकर, समस्याओं को टाल देने की प्रवृत्ति होती है, वो कभी समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं कर सकते।’
किसानों की बढ़ेगी आमदनी, युवाओं को रोजगार मिलेगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बायोफ्यूल प्लांट से पराली से होने वाली प्रदूषण की समस्या से स्थायी निजात मिलने के अलावा कई फायदे होंगे। इससे किसानों को अतिरिक्त आमदनी होगी और स्थानीय युवाओं को नए रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
विदेशी मुद्रा की भी होगी बचत
उन्होंने कहा कि इस बायोफ्यूल प्लांस से हर साल हजारों करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत भी होगी। पेट्रोल में एथनाल के इस्तेमाल से पिछले सात-आठ सालों में लगभग 50 हजार करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है और इतना ही धन किसानों के खाते में गया है। सरकार देश में इस तरह के कई बायोफ्यूल प्लांट लगाने की तैयारी में है।