हिमाचल प्रदेश के रिकांगपिओ से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही एचआरटीसी की बस चट्टानों के गिरने के कारण हादसे का शिकार हो गई है। बताया जा रहा है कि यह हादसा हिमाचल के किन्नौर जिले के पास निगुलसेरी में पहाड़ से मलबा गिरने के कारण हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 50-60 लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं। एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर भूस्खलन घटनासथल पर आईटीबीपी की तीन बटालियन के करीब 200 जवान हैं। पहाड़ी से लगातार चट्टानें गिर रही हैं। रेस्क्यू टीम करीब एक घंटे से भूस्खलन के रुकने का इंतजार कर रही है। करीब 40 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी में नेशनल हाईवे-5 पर हुए भूस्खलन के मलबे में फंसे एक व्यक्ति को आईटीबीपी के जवानों ने सुरक्षित बचा लिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
अभी तक बस के चालक-परिचालक सहित 10 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। बाकी लोगों की तलाश जारी है। दो शव बरामद किए गए हैं। एसपी किन्नौर एसआर राणा ने यह पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि लापता लोगों की तलाश की जा रही है। रेस्क्यू जारी है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का किन्नौर जिला भूस्खलन की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। कई लोगों के फंसे होने की खबर है। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद करने का अनुरोध करता हूं।
चार लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाया गया मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि अभी तक 4 लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल ले जाया गया है। मौके पर एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, पुलिस की टीम मौजूद है । बचाव अभियान के प्रयास जारी हैं लेकिन मलबा अभी भी ऊंचाई से गिर रहा है।
बचाव कार्य में स्थानीय लोगों की भी ली जा रही मदद एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि किन्नौर जिले मे मूरंग हरिद्वार रूट की यह बस है। डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि पहाड़ी से लगातार चट्टानें गिर रही हैं। इस वजह से रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है।
जयराम ठाकुर ने हर संभव मदद का दिलाया भरोसा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि निगुलसेरी, किन्नौर में भूस्खलन होने से मलबे में वाहनों के दबने का समाचार सुनकर बहुत दुखी हूं। हमने किन्नौर प्रशासन को राहत-बचाव कार्य के निर्देश दे दिए हैं। मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।