वहीं, कांग्रेस ने गुरुवार को भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए पूछा कि क्या सरकार द्वारा बनाए गए खेलों के लिए यह “बेहतर माहौल” है?
स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष सिंह वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं, इस आरोप को खेल प्रशासक ने सिरे से खारिज कर दिया।
कांग्रेस के प्रभारी महासचिव संचार जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, ”कुलदीप सेंगर, चिन्मयानंद, बाप-बेटे विनोद आर्य-पुलकित आर्य…. और अब यह नया मामला !
बेटियों पर अत्याचार करने वाले बीजेपी नेताओं की फ़ेहरिस्त अंतहीन है। क्या ‘बेटी बचाओ’ बेटियों को बीजेपी नेताओं से बचाने की चेतावनी थी ! प्रधानमंत्री जी, जवाब दीजिए।”
उन्होंने आगे लिखा, ”प्रधानमंत्री जी, बेटियों पर अत्याचार करने वाले सारे भाजपाई ही क्यों होते हैं?
कल आपने कहा कि देश में खेलों के लिए बेहतर माहौल बना है। क्या यही है ‘बेहतर माहौल’ जिसमें देश का नाम रोशन करने वाली बेटियां भी सुरक्षित नहीं हैं?”
प्रियंका गांधी ने किया खिलाड़ियों का समर्थन
हमारे खिलाड़ी देश की शान हैं। विश्व स्तर पर अपने प्रदर्शन से वे देश का मान बढ़ाते हैं। कुश्ती फेडरेशन व उसके अध्यक्ष पर खिलाड़ियों ने शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन खिलाड़ियों की आवाज सुनी जानी चाहिए।
आरोपों की जांच कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
वहीं, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने देश के खिलाड़ियों का समर्थन किया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, हमारे खिलाड़ी देश की शान हैं। विश्व स्तर पर अपने प्रदर्शन से वे देश का मान बढ़ाते हैं। कुश्ती फेडरेशन व उसके अध्यक्ष पर खिलाड़ियों ने शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन खिलाड़ियों की आवाज सुनी जानी चाहिए। आरोपों की जांच कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।
वहीं, कुश्ती के खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए कांग्रेस सांसद दीपेंद्र एस हुड्डा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे पहलवानों को उनके महासंघ द्वारा नहीं सुने जाने के बाद विरोध करना पड़ रहा है। मैं मांग करता हूं कि भारत सरकार रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को निलंबित कर तत्काल कार्रवाई करे। मामले की जांच CBI और SC की निगरानी में होनी चाहिए।
पहलवानों पर लगाया बृजभूषण शरण ने आरोप
बृजभूषण शरण ने पहलवानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुश्ती में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की उम्र 22 से 28 साल के बीच ही होती है। उन्होंने पहलवानों पर हमला बोलते हुए कहा कि विरोध करने वाले ये पहलवान ओलंपिक पदक नहीं जीत सकते और यही कारण गुस्से में बदल रहा है और इसलिए वे विरोध कर रहे हैं।
दूसरे दिन भी जंतर-मंतर पर मौन धरना जारी
पहलवान विनेश फोगट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और अन्य पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और उसके प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर दूसरे दिन मौन धरने पर बैठे हैं। सांसद के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।