नई दिल्ली। Road Accident in India मोदी सरकार में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश में सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा है कि देश में सड़क दुर्घटना कोरोना महामारी से भी गंभीर समस्या है। नितिन गडकरी ने कहा कि इस समस्या को कम करने के लिए केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत है। साथ ही कई अहम कदम भी उठाए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए 40 हजार किलोमीटर से अधिक हाईवेज को रोड सेफ्टी ऑडिट के दायरे में लाया गया है, ताकि खामियों को खोजा जा सके। आपको बता दें कि पूरी दुनिया के अंदर भारत में सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट होते हैं।
भारत में रोजाना 400 से ज्यादा लोग एक्सीडेंट में गंवाते हैं जान
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को इंटरनेशनल रोड फेरडरेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि देश में 70 प्रतिशत मौतें 18 से 45 वर्ष के कामकाजी आयु वर्ग में होती हैं। इतना ही नहीं भारत में रोजाना औसतन 415 मौतें सड़क दुर्घटनाओं की वजह से होती हैं। ऐसे में ये स्थिति तो कोरोना महामारी से भी ज्यादा गंभीर है। हमारे लिये साल दर साल स्थिति और खराब हो रही है। दुर्भाग्य से हम दुनिया में सड़क दुर्घटनाओं में अमेरिका और चीन से आगे खड़े हैं। परिवहन मंत्री होने के नाते मैं इस बात को समझता हूं और इसी कारण गंभीर हूं।”
तमिलनाडु से सीखना होगा हमें- नितिन गडकरी
इस कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने आगे कहा कि रोड एक्सीडेंट की वजह से भारत की जीडीपी को भी नुकसान उठाना पड़ता है। हमें रोड एक्सीडेंट को कम करने के लिए तमिलनाडु राज्य से सीखना पड़ेगा। तमिलनाडु ने सड़क दुर्घटनाओं में 38 फीसदी की कमी लाई है और एक्सीडेंट से होने वाली मौतों के आंकड़ों में 54 प्रतिशत की कमी आई है।