- केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्र नायकों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में वाद प्रतिवाद लगातार बने रहते हैं, लेकिन विचारधारा के चश्मे से देखकर महान हिंदूवादी नेता वीर सावरकर के योगदान की उपेक्षा नहीं की जा सकती है। आजादी के बाद सावरकर को अपमानित करने की एक सुनियोजित मुहिम चलाई गई थी। राजनाथ सिंह ने कहा कि सावरकर को अपमानित करना क्षमा योग्य और न्यायसंगत नहीं है।
महात्मा गांधी के कहने पर लगाई थी दया याचिका
राजनाथ सिंह ने साथ ही यह भी कहा कि अंग्रेजों के सामने दया याचिका लगाने का फैसला वीर सावरकर ने महात्मा गांधी के कहने पर लिया था। गौरतलब है कि देश के एक खास वर्ग हमेशा से वीर सावरकर के इस फैसले को गलत ठहराता रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि आजादी के बाद सावरकर को लेकर सुनियोजित तरीके से झूठ फैलाने की साजिश रची गई थी।