नई दिल्ली। शराब घोटाला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बीती रात ईडी अधिकारियो ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से पहले हाईकोर्ट ने केजरीवाल को अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था। अदालत के आदेश के बाद ईडी अधिकारी केजरीवाल के आवास पहुंचे थे।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई है। विरोधी दल जहां मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। तो वहीं, बीजेपी पलटवार कर रही है। इसी बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी केजरीवाल की गिरफ्तार पर टिप्पणी की है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल को गिरफ्तारी कर सरकार ने उदाहरण दे दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार बदलने पर कोई भी मुख्यमंत्री चुनकर आ जाए, वो भी गिरफ्तार हो सकता है।
क्या है नई आबकारी नीति घोटाला?
गौरतलब है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई आबकारी नीति लागू की थी। तत्कालीन मुख्य सचिव ने आबकारी नीति में घोटाले का आरोप लगाया था। तब उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाने के भी आरोप लगे। सीबीआई के केस के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। दावा है कि इस नीति से सरकारी खजाने को 144.36 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।