तिरुवनंतपुरम: केरल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने अपने 83 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन कन्नूर जिले के धर्मदाम में अपनी मौजूदा सीट से चुनाव लड़ेंगे. जबकि उनके मंत्रिमंडल और पार्टी के सहयोगी केके शैलजा मट्टनूर से मैदान में हैं. वहीं केटी जलील ने थावनूर सीट से चुनाव लड़ेंगे.
एक दिन पहले जनता दल (सेकुलर) ने केरल में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने चार उम्मीदवारों के नाम जारी किए थे. केरल जेडीएस के अध्यक्ष मैथ्यू टी थॉमस भी पार्टी उम्मीदवारों में शामिल हैं. वह तिरुवल्ला विधानसभा सीट से किस्मत आजमाएंगे. तीन अन्य उम्मीदवारों में कोवलम से डॉ नीना लोहितादासा नादर, चित्तूर से के. कृष्णन कुट्टी और अनकामाली से जोस थेत्तायिल हैं. पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस अध्यक्ष एच डी देवेगौड़ा ने उम्मीदवारों के नामों की संस्तुति करने वाला पत्र प्रदेश अध्यक्ष थॉमस को भेजा है.
क्या है केरल का सियासी गणित
केरल की सभी 140 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 6 अप्रैल को वोटिंग होगी. नतीजों की घोषणा दो मई को होगी. 2016 के विधानसभा चुनावों में सीपीआई ने 27 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 19 पर जीत हासिल की थी. तटीय राज्य में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार में सीपीआई दूसरी सबसे बड़ा सहयोगी है. वर्तमान में यहां सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार है और पिनाराई विजयन मुख्यमंत्री हैं. पिछले चुनाव में एलडीएफ को 91 और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को 47 सीटें मिली थीं. यहां बहुमत के लिए 71 सीटें चाहिए.
सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक, केरल में एक बार फिर एलडीएफ की सरकार बन सकती है. एलडीएफ को 82 सीटें हासिल हो सकती हैं. सर्वे की मानें तो यूडीएफ को 56 सीटें और बीजेपी व अन्य को 1-1 सीट मिल सकती है.