तिरूनेल्ली में भगवान महाविष्णु के प्राचीन मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद सभा स्थल पर पहुंचे गांधी ने कहा कि न्याय का विचार बहुत सामान्य है. लोकसभा में वायनाड सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘विचार यह है कि हम केरल के सबसे गरीब लोगों के हाथों में पैसा सीधे देने जा रहे हैं। छोटी रकम नहीं. केरल के हर गरीब व्यक्ति को निश्चित रूप से छह हजार रुपये महीना— 72,000 रुपये प्रति वर्ष— उसके खाते में मिलेंगे.’
गांधी ने अपनी जनसभाओं में न्याय योजना पर तवज्जो बढ़ा दी है. जाहिर तौर पर वह सत्तारूढ़ वाम सरकार का मुकाबला करने के लिए ऐसा कर रहे हैं, जो अहम चुनाव जीतने के लिए पिछले पांच वर्षों में लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं को मुद्दा बना रही है. बीते पांच सालों में, पी. विजयन नीत एलडीएफ सरकार ने बुजुर्गों की पेंशन में काफी बढ़ोतरी की है.
वर्ष 2016 में जब यूडीएफ सत्ता से गई थी तो यह कल्याणकारी पेंशन 600 रुपये थी जो अब 1600 रुपये प्रति महीना है। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान लाए गए न्याय के विचार के बारे में गांधी ने कहा था कि यह व्यापक परिवर्तनकारी है और गरीबी पर अंतिम प्रहार की शुरुआत करेगी. पिछले हफ्ते, कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने कहा था कि वह इस योजना को केरल में ‘परखना’ चाहते हैं, क्योंकि अगर यह यहां कामयाब हो गई तो वह इसे देश के कांग्रेस शासित सभी राज्यों में लागू करना चाहते हैं.
इससे पहले सुबह में, गांधी वायनाड में तिरुनेल्ली मंदिर गए जिसका उनके साथ एक भावनात्मक जुड़ाव है. उनके पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की अस्थियों के कलश को 1991 में जिस पापनाशिनी में विसर्जित किया गया था, वह भगवान महाविष्णु के प्रसिद्ध मंदिर से संबंधित है. कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल के साथ मंदिर में दर्शन करने के बाद गांधी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘आज तड़के वायनाड के तिरुनेल्ली मंदिर गए. इस स्थान का शांत वातावरण लंबे समय तक सुकून देता है.’ उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान 2019 में भी इस मंदिर में पूजा की थी.