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 कोहली ने दिए टेस्ट टीम में बदलाव के संकेत, टीम को है सही माइंडसेट वाले लोगों की जरूरत


  1. विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट टीम में बदलाव के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि हमें नये सिरे से योजना बनानी होगी और यह समझना होगा कि टीम के लिये क्या असरदार है. साथ ही सही लोगों को लाना होगा जो सही मानसिकता के साथ उतरें.

IND vs NZ WTC Final 2021: न्यूजीलैंड के हाथों कल विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट टीम में बदलाव के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन की समीक्षा के बाद सही लोगों को लाया जायेगा जो अच्छे प्रदर्शन के लिये सही मानसिकता के साथ उतरें. कोहली ने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि कुछ खिलाड़ी रन बनाने का जज्बा ही नहीं दिखा रहे हैं. फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों ने का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था. चेतेश्वर पुजारा जैसे सीनियर बल्लेबाज भी दोनों ही पारियों में असफल रहे. कोहली की बातों से ऐसा माना जा रहा है कि कुछ सीनियर खिलाड़ियों को अभी समय दिया जायेगा और इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करके ही वे टीम में अपनी जगह बचा सकेंगे.

कोहली ने मैच के बाद आनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “हम आत्ममंथन करते रहेंगे और इस पर बात होती रहेगी कि टीम को मजबूत बनाने के लिये क्या करना चाहिये. एक ही ढर्रे पर नहीं चलेंगे और ना ही हम एक साल तक इंतजार नहीं करेंगे. आप हमारी सीमित ओवरों की टीम देखें तो हमारे पास गहराई है और खिलाड़ी आत्मविश्वास से भरे हैं. टेस्ट क्रिकेट में भी इसकी जरूरत है.”

बेखौफ खेलने की है जरुरत

साथ ही कोहली ने कहा, “हमें नये सिरे से समीक्षा करके योजना बनानी होगी और यह समझना होगा कि टीम के लिये क्या असरदार है और हम कैसे बेखौफ खेल सकते हैं. सही लोगों को लाना होगा जो अच्छे प्रदर्शन की सही मानसिकता के साथ उतरें. खेल में अपने प्रदर्शन में लगातार सुधार जरूरी है. खासकर जब आप लगातार कई साल से नंबर एक टीम हैं तो अचानक आपका स्तर नहीं गिर सकता.” उन्होंने कहा, “हम ये फैसले लेंगे और इस पर बात करेंगे.”

कोहली ने न्यूजीलैंड जैसे शानदार गेंदबाजी आक्रमण के सामने रन बनाने के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, “हमें इस पर काम करना होगा कि रन कैसे बनाये जायें. हमें मैच को अपने हाथ से निकलने नहीं देना है. मुझे नहीं लगता कि कोई तकनीकी परेशानी है. यह जागरूकता की और गेंदबाजों का निडर होकर सामना करने की बात है. गेंदबाजों को लंबे समय तक एक ही जगह गेंदबाजी के मौके नहीं देने हैं बशर्ते गेंद जबर्दस्त स्विंग नहीं ले रही हो जैसा पहले दिन हुआ था.”