छपरा। जन सुराज पार्टी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी अफाक अहमद (Afaq Ahmad) सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद सुर्खियों में हैं। उन्होंने चुनाव जीतकर कम्युनिस्ट पार्टी का इस सीट पर 35 साल से रहा कब्जा भी खत्म कर दिया है। अफाक अहमद पिछले एक साल से मशहूर चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ जुड़े थे।
बेतिया में जन सुराज यात्रा के दौरान वे प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के साथ थे। प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा पश्चिम चंपारण जिले से दो अक्तूबर को भितिहरवा गांधी आश्रम से शुरू हुई थी। पश्चिम चंपारण के बाद शिवहर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान होते हुए लगभग 2500 किमी की दूरी तय कर चुकी है।
पीके की यात्रा अभी सारण जिले में है। बताया जाता है कि पश्चिम चंपारण में जन सुराज यात्रा में अफाक अहमद ने बढ़-चढ़ का हिस्सा लिया था। उन्होंने पश्चिम चंपारण से यात्रा में शामिल होकर सारण तक यात्रा किया। इसी दौरान, अफाक के विधान परिषद के चुनाव लड़ने की रणनीति तय की गई।
अफाक अहमद के निजी जीवन की बात करें तो वे पश्चिम चंपारण के बेतिया शहर में रहने वाले हैं। उन्होंने बेतिया जिले में आमना उर्दू उच्च विद्यालय में 35 साल तक सेवा दी। वीआरएस लेने के बाद सामाजिक और राजनीतिक जीवन में सक्रिय रहे।
अफाक बोले-प्रशांत किशोर की सोच और दृष्टि के साथ करेंगे बदलाव
दैनिक जागरण ने अफाक अहमद से बातचीत की। अफाक ने बताया कि वे बिहार में प्रशांत किशोर की जन सुराज अभियान के साथ शुरुआती दिनों से हैं। वे प्रशांत किशोर की सोच और दृष्टि के साथ बिहार की राजनीति में बदलाव करना चाहते हैं।
जनसुराज समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी अफाक अहमद ने पहली बार ही चुनाव लड़ के महागठबंधन समर्थित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी आनंद पुष्कर को हराकर कम्युनिस्ट पार्टी का इस सीट पर 35 साल से रहा कब्जा भी खत्म कर दिया है।
जन सुराज की सारण की राजनीति में एंट्री
उनकी जीत से जन सुराज की सारण की राजनीति में प्रवेश मानी जा रही है। सारण जिला राष्ट्रीय जनता दल का गढ़ माना जाता है। यहां के सारण संसदीय लोकसभा क्षेत्र से राजद सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सांसद रह चुके हैं। वर्तमान में भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी सांसद हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को चुनाव हराया था।