खेल

क्रिकेट में नक्सलवाद की कोई जगह नही-लियोन


भारतको खल रही बड़े खिलाडिय़ोंकी कमी
ब्रिस्बेन (एजेन्सियां)। नाथन लियोन नेकहा कि दर्शकों के खराब बर्ताव की निंदा करके भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने नए मानदंड कायम किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट का खेल सभी के लिए है और इसमें किसी तरह के नस्लवाद की जगह नहीं है। सिडनी क्रिकेट मैदान पर सिराज और जसप्रीत बुमराह को चौथे और पांचवें दिन दर्शकों की नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। इसके बाद भारतीय टीम ने आईसीसी के पास शिकायत दर्ज कराई। लियोन ने कहा, खेल में किसी तरह की नस्लीय छींटाकशी की गुंजाइश नहीं है। लोगों को लगता है कि वे मजाक कर रहे हैं, लेकिन इससे लोगों पर अलग तरह से प्रभाव पड़ सकता है। क्रिकेट का खेल सभी के लिए है और इसमें नस्लवाद की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, यदि आपको लगता है कि मैच अधिकारियों से शिकायत करने की जरूरत है, तो करनी चाहिए। आजकल मैदान पर इतने सुरक्षाकर्मी होते हैं कि नस्लीय टिप्पणी करने वालों को तुरंत निकाल बाहर किया जा सकता है। इससे मैच अधिकारियों से शिकायत का चलन भी बनेगा। सिराज को स्क्वॉयर लेग सीमा पर दर्शकों ने ‘मंकी Ó और ‘ब्राउन डॉगÓ कहा। सुरक्षाकर्मियों ने इन दर्शकों को मैदान से बाहर कर दिया। लियोन ने कहा, इससे घटना की शिकायत का चलन कायम होगा। यह खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वह शिकायत करना चाहता है या नहीं। मैं उम्मीद करता हूं कि इसके बाद से लोग इससे उबरकर सिर्फ क्रिकेट देखने आएंगे और खिलाडिय़ों को नस्लीय दुव्यर्वहार की चिंता नहीं करनी होगी।ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन का मानना है कि चौथे टेस्ट से पहले भारत के कई खिलाडिय़ों के चोटिल होने से भी मेजबान टीम फायदे की स्थिति में नहीं है। लियोन ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को कहा, मैं यह नहीं कहूंगा कि ऑस्ट्रेलिया फायदे की स्थिति में है। भारत को कुछ बड़े खिलाडिय़ों की कमी खल रही है, लेकिन उसके पास काफी प्रतिभाशाली टीम है। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और स्पिन गेंदबाज हरफनमौला रवींद्र जडेजा के चोटिल होने से भारत को दूसरे दर्जे के गेंदबाजी आक्रमण के साथ उतरना होगा। लियोन ने कहा, हमें अपनी तैयारी की चिंता होनी चाहिए। उनके बारे में सोचने की जरूरत नहीं है। गाबा की पिच हमारी गेंदबाजी के अनुकूल है और उम्मीद है कि हम अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगे। हमारा यहां शानदार रिकॉर्ड है। टीम आत्मविश्वास से भरी है और हम सकारात्मक क्रिकेट खेलना जानते हैं। लेकिन सिर्फ उसके भरोसे नहीं बैठ सकते। हमें पता है कि भारतीय टीम कितनी प्रतिभाशाली है और सीरीज जीतने को लालायित भी। ऋषभ पंत के बल्लेबाजी गार्ड को मिटाने के प्रयास के कारण आलोचना झेल रहे स्टीव स्मिथ का बचाव करते हुए उन्होंने कहा, मैं वाकई बहुत दुखी हूं, जिस तरह से हर कोई उसे निशाना बना रहा है। उन्होंनो ८० के करीब टेस्ट जीते हैं और हर टेस्ट में वह ऐसा करता आए हैं। उन्होंने कहा, उस टेस्ट में हमें आगे बल्लेबाजी नहीं करनी थी, लेकिन वह फिर भी बल्लेबाजी के बारे में सोच रहे थे। वह मेरी मदद के लिए भी ऐसा करता आए हैं। वह देख रहे थे कि मुझे गेंद कहां डालनी है और क्या रफ्तार होनी चाहिए।