खगड़िया (आससे)। वर्तमान समय में देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है।एक ऐसी बीमारी जो पूर्व से नही थी,जिसके लक्षण हर दौर में अलग है,जिसको हम वायरल समझते थे वो कब इंसान की जान ले ले कहा नही जा सकता। देश और प्रदेश की सभी सरकारें अपने उपलब्ध संसाधनों के आधार पर अपनी सम्पूर्ण क्षमता का उपयोग इस बीमारी से आम और आवाम की जिंदगी बचाने में कर रही है। लेकिन अफसोस तब होता है जब विचारधारा से भटके कुछ लोग इस राष्ट्रीय आपदा के समय भी राजनीति से बाज नहीं आ रहे।
उक्त बातें भाजपा नेता, राज्य सरकार में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने बताते हुए कहा कि कोविड-19 से अभी तक देश में तीन लाख पंद्रह हजार से अधिक मौत हुई है जिसमे लगभग एक तिहाई मौत सिर्फ महाराष्ट्र में हुई है। ध्यान देने वाली बात है की महाराष्ट्र में शिव सेना कांग्रेस एन सी पी महाअघारी की सरकार है। ना तो वहा चुनाव हुए न ही वहा कुंभ था और न ही बीजेपी सरकार। बड़ा यक्ष प्रश्न है की आखिर इन सब बातों के बावजूद विपक्षियों के टारगेट पर सिर्फ मोदी जी ही क्यों हैं?
बिहार और महाराष्ट्र की आबादी लगभग बराबर होने के बावजूद बिहार में मौत का आंकड़ा 4800 के पार है। दिल्ली वाले केजरीवाल जी अपने इंटरनेशनल मोहल्ला क्लिनिक की चर्चा करते नही थकते। दिल्ली की आबादी एक करोड़ नब्बे लाख के करीब है जहां मौत का आंकड़ा बिहार से 6 गुणा ज्यादा जबकि आबादी बिहार के आबादी का 16 प्रतिशत।
वही दूसरी और जब हम सब से बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश की आबादी को देखते है जो की 23 करोड़ 15 लाख के करीब है वहां भी मृत्यु का आंकड़ा 20 हजार के पार ही है। समझ सकते हैं की एक और जहां महाराष्ट्र और दिल्ली का शहरीकरण ज्यादा है वहा हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर है जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार की ग्रामीण आबादी ज्यादा है और हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर अभी डेवलप हो ही रहे है बावजूद इसके हम ये नही कहना चाहते की हम पूर्णतः सक्षम है।
हमारे देश का हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर इस आपदा के लिए तैयार नहीं था फिर भी आप मृत्यु के आंकड़ों से समझ सकते है की कौन सी सरकार कितनी संवेदनशील है। हमलोग उसी देश में है जहा पोलियो का वैक्सीन लगने में कितने ही वर्ष लग गए जबकि आज के लीडरशिप ने बीमारी के साथ साथ वैक्सीन इजाद करवाकर तकरीबन 20 करोड़ वैक्सीन भारतवासियों को लगा चुकी है तथा दो करोड़ वैक्सीन विभिन्न राज्यों के स्टॉक में उपलब्ध है। श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा विरोधियों थोड़ा संयम रख लो ऐसे बहुत अवसर मिलेगा विरोध करने का। अभी तो देश वासियों की सेवा कर लो। अपनी सरकार के सद्प्रयासो से कदम ताल कर लो।