कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन दोनों टीके लाभदायक : डा॰ मजूमदार
गया। जिले में कोरोना संक्रमण के बचाव एवं सुरक्षा के मद्देनजर जिला पदाधिकारी, अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में धर्म गुरुओं के साथ आयोजित बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा धर्म गुरुओं से विशेष रूपसे अनुरोध किया गया कि वे अपने समुदायों के लोगों को कोविड-19 टीकाकरण का दोनों डोज लेने हेतु प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पोलियो टीकाकरण की सफलता में आप सबो का सहयोग जिला प्रशासन को मिला है, उसी प्रकार 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों अन्य आयु वर्ग के लोगों को कोरोना टीकाकरण लेने हेतु प्रेरित करें तथा कई प्रकार की भ्रांतियो को दूर करें।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण कराया जा रहा है लेकिन शत प्रतिशत लोगों के द्वारा टीका नहीं लिया जा रहा है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि जम्मू एवं कश्मीर में टीकाकरण के प्रगति में मुख्य रूप से कम्युनिटी मोबिलाइजेशन का सहयोग रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के कुछ लोग अपने मन में कई प्रकार की गलत भ्रांतियां पाल रखे हैं, जिसके कारण वे टीका नहीं ले रहे हैं।
उन्होंने उपस्थित धर्म गुरुओं से अनुरोध किया कि वे अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए लोगों को टीकाकरण हेतु प्रेरित एवं जागरूक करें। उन्होंने बताया कि अन्य बीमारी से संबंधित टीका लेने पर भी हल्की बुखार होती है। कोविड-19 टीका लेने के बाद अगर हल्की बुखार होती है, तो इसमें आश्चर्य की बात नहीं है। बुखार तुरंत ठीक भी हो जाती है।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि उनके द्वारा टीकाकरण का दोनों डोज लिया गया है, इसके बावजूद वे पाजिटिव हुए हैं, इसका तात्पर्य यह है कि दोनों डोज के टीकाकरण के बाद भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है, परंतु संक्रमण का खतरा बहुत कम होता है तथा इससे व्यक्ति की मृत्यु नहीं हो सकती है। साथ ही व्यक्ति बहुत जल्द स्वस्थ भी हो जाता है।
धर्म गुरुओं को संबोधित करते हुए डब्लूएचओ के एसएमओ डा. देवाशीष मजूमदार ने कहा कि कोरोना संक्रमण का टीका कोरोना से लड़ने का सबसे बड़ा हतियार है। उन्होंने अनुरोध किया कि आप अपने समुदाय के लोगों को टीका लेने हेतु प्रेरित करें तथा भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास करें। उन्होंने बताया कि टीका लेने के बाद अगर किसी की तबियत खराब होती है, तो स्वास्थ्य विभाग डब्लूएचओ उस व्यक्ति के पास जाकर तबियत खराब होने के कारणों का पता लगाती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक भी मामला ऐसा नहीं आया है, जिससे यह प्रमाणित हो कि कोविड-19 टीकाकरण के कारण किसी व्यक्ति का तबियत खराब हुआ हो अथवा मृत्यु हुई हो। अतः टीका को बदनाम करना किसी भी रूप में सही नही है।
उन्होंने बताया कि भारत में कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन टीके लगाए जा रहे हैं, दोनों टीके लाभदायक हैं। दोनों में से किसी एक टीका को लिया जा सकता है। दोनों टीके देश मे ही बन रहे हैं। साथ ही दोनों टीके को डब्लूएचओ तथा आईसीएमआर द्वारा सही एवं सुरक्षित प्रमाणित किया गया है। उन्होंने बताया कि गया जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 33 टीकाकरण एक्सप्रेस के माध्यम से लोगों को टीका लगाया जा रहा है, परंतु टीका लेने वालों की रफ्तार काफी धीमी है, जिसे बढ़ाना आवश्यक है ताकि टीके की बर्बादी न हो और शत प्रतिशत लोग टीका लेकर कोरोना संक्रमण से बचाव कर सके।
बैठक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा॰ फिरोज अहमद ने बताया कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में लोगों को गंभीर बीमारी की संभावना अधिक रहती है, इसलिए कोविड-19 का टीकाकरण उनके लिए रक्षा कवच का काम करते है। उन्होंने बताया कि गंभीर बीमारी वाले लोग भी टीका ले सकते हैं, इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। साथ ही बीमारीका ईलाज भी कराते रहे।
बैठक में बताया गया की किसी प्रकार की समस्या होने पर डब्लूएचओ के एसएमओ ’डा॰ देवाशीष मजूमदार के मोबाइल संख्या-9612164493 तथा जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी (टीकाकरण पदाधिकारी) डा॰ फिरोज अहमद के मोबाइल सं-7488360053 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
बैठक में उपस्थित धर्म गुरुओं के समक्ष कोविड-19 टीकाकरण से संबंधित गलत भ्रांतियों को दूर किया गया। जिसके तहत बताया गया कि ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, थाईरायड, हार्ट मरीज भी कोरोना टीका ले सकते है। साथ ही बीमारियों से संबंधित दवा का प्रयोग भी कर सकते हैं। टीकाकरण के पश्चात किसी व्यक्तिको हल्की बुखार आ सकती है, जो सामान्य बात है। टीकाकरण का दोनों डोज लेने के पश्चात किसी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है, अगर मृत्यु हुई है तो अन्य गंभीर बीमारियों के कारण।
गर्भावस्था के दौरान टीका नहीं लेना है परंतु दूध पिलाने वाली माँ टीका ले सकती है। कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति तेल, मसाले का कम प्रयोग करें तथा फल यथा सेब, संतरा, पपीता इत्यादि खाए। विटामिन एवं प्रोटीनयुक्त भोजन अधिक से अधिक करें। बैठक में जिला पदाधिकारी सहित नगर आयुक्त, अपर समाहर्त्ता, एएसपी, अनुमण्डल पदाधिकारी, सदर, सिविल सर्जन, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, डीपीएम स्वास्थ्य सहित अन्य पदाधिकारी चिकित्सक तथा विभिन्न सम्प्रदायो के धर्म गुरु उपस्थित थे।