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- जयपुर। लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हो गया। रविवार शाम राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र ने 11 कैबिनेट और चार राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। फेरबदल साल, 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया गया है। फेरबदल के जरिए जातीय, क्षेत्रीय और कांग्रेस के आंतरिक समीकरण साधने की कोशिश की गई है। संगठन में पद पाने वाले तीन मंत्रियों को छोड़ किसी को नहीं हटाया गया है। दलित वोट बैंक साधने के लिहाज से पहली बार चार दलित विधायकों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। अब महिला मंत्रियों की संख्या तीन, दो अल्पसंख्यक और दो आदिवासी हो गए हैं। उधर, मंत्रिमंडल के पुनर्गठन के साथ ही असंतोष के स्वर उभर कर सामने आए हैं। कई विधायकों ने मंत्री नहीं बनाए जाने पर नाराजगी जताई है। एक विधायक ने तो यहां तक कह दिया कि मंत्रिमंडल में भ्रष्ट लोगों को बढ़ावा दिया गया है।