राजस्थान के अलवर में किसान सभा के बाद किसान नेता राकेश टिकैत पर हुए कथित हमले को लेकर किसानों ने रविवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसान पंचायत की. हालांकि इस किसान पंचायत में राकेश टिकैत शामिल नहीं हुए, वो अभी गुजरात में हैं. वहीं किसान पंचायत की अध्यक्षता करने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत से टीवी9 भारतवर्ष ने खास बातचीत की.
बातचीत में नरेश टिकैत ने कहा कि पंचायत हमारी होती रही है, ये हमारा किसान परिवार है और यहां हम इनकी हौसलाअफजाई करने आए हैं. साथ ही कहा कि अलवर की घटना की हम निंदा करते हैं, ये गलत है. हम किसान हैं, पंचायत करने जा रहे थे, ऐसा नहीं होना चाहिए था. गाड़ी का शीशा तोड़ना या स्याही फेंकनी नहीं चाहिए थी. हम कोई देश विरोधी काम नहीं कर रहे थे, ये शर्म की बात है. वो युवा हैं इसलिए उनके भविष्य को अंधकार में नहीं पहुंचाना चाहते. हम इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं.
साथ ही कहा कि ग्राम पंचायत के चुनाव पर इसका असर तो पड़ेगा. पहले बीजेपी के टिकट के लिए मारामारी थी, अब उम्मीदवार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं. इसके अलावा कहा कि बातचीत के लिए रणनीति सरकार को तय करनी चाहिए. किसान तो बातचीत के लिए तैयार हैं. चाहे कल बातचीत शुरू करवा दो, किसान बातचीत के लिए तैयार हैं.
नरेश टिकैत ने कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट की कमेटी का नहीं पता है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट में हम विश्वास रखते हैं. हल निकालना सरकार के हाथ में है, लेकिन इस तरह तो हमें कोई उम्मीद नहीं है.