- नई दिल्ली,। राजधानी दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैदियों की सुरक्षा को लेकर एकबार फिर से सवाल उठने शुरू हो गए हैं। दरअसल, बुधवार को तिहाड़ की जेल नंबर 3 में कुख्यात गैंगस्टर अंकित गुर्जर का शव मिलने से हड़कंप मच गया है। हालांकि अभी उसकी मौत के कारण का पता नहीं चल पाया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि जेल में कैदियों के बीच हुई गैंगवॉर में उसकी मौत हुई है। हालांकि अभी जांच एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं।
यूपी में अंकित गुर्जर पर दर्ज थे हत्या के 8 मुकदमे
आपको बता दें कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने खुद अंकित गुर्जर का शव मिलने की पुष्टि की है। अंकित गुर्जर एक ऐसा नाम था जो दिल्ली और आसपास के राज्यों की पुलिस के लिए भी सिरदर्द बना हुआ था। उस पर उत्तर प्रदेश में हत्या के 8 मुकदमे दर्ज थे। इसके अलावा डकैती के भी कई मामले उस पर दर्ज थे। यूपी पुलिस ने अंकित गुर्जर पर 1 लाख रुपए का और दिल्ली पुलिस ने 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया हुआ था।
दिल्ली में चौधरी-गुर्जर गैंग को चला रहा था अंकित गुर्जर
आपको बता दें कि यूपी पुलिस ने अंकित गुर्जर को साल 2015 में गिरफ्तार किया था, लेकिन वह 2019 में जमानत पर छूट गया था। इसके बाद अंकित गुर्जर ने दिल्ली में अपना गढ़ बना लिया और दिल्ली में अपराध की घटनाओं को अंजाम देने लगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला अंकित दिल्ली में एक अन्य गैंगस्टर रोहित चौधरी के साथ मिलकर चौधरी-गुर्जर गिरोह के साथ काम करता था। ये दोनों साउथ दिल्ली में अपना नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहे थे।
राजस्थान के नीमराना में रह रहे थे चौधरी-गुर्जर गिरोह के सदस्य
दिल्ली पुलिस ने अंकित को पिछले साल सितंबर में गिरफ्तार किया था। चौधरी-गुर्जर गिरोह दक्षिणी दिल्ली में काफी हद तक फैल चुका था। कई अपराधियों ने इस गिरोह को जॉइन कर लिया था। इस गिरोह के सदस्य राजस्थान के नीमराना में रोहित चौधरी और अंकित गुर्जर के साथ रह रहे थे।