- कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए गोंडा में तैयारी शुरू हो गई है. जिले में वैक्सीनेशन युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. इसके अलावा पीकू और एनआईसीयू वार्ड भी बनाए गए हैं.
गोंडा. कोरोना की दूसरी लहर की भयावह स्थिति के बाद गोंडा में तीसरी लहर से निपटने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन का काम करवा रहा है. इसके अलावा जिले में बच्चों के संक्रमण होने पर इलाज के लिए पीकू वार्ड, एनआईसीयू वार्ड और अधिक क्षमता उत्पादन का ऑक्सीजन प्लांट लगवा रहा है.
अभी तक जिला अस्पताल में 50 बेड के पीकू वार्ड बनाए गए हैं. उसके साथ 10 बेड का एनआईसीयू वार्ड बनाया गया है जिसमें संक्रमित बच्चों का इलाज किया जाएगा. ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए जिला अस्पताल परिसर में ही ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है. इसकी क्षमता लगभग 1500 लीटर प्रति मिनट होगी. जैसे ही तीसरी लहर का संक्रमण शुरू होगा. पीकू वार्ड को कोविड-19 वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाएगा. पीकू वार्ड के लिए डॉक्टरों की तैनाती की जा रही है.
सीएमओ ने बताया कैसी है तैयारी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी राधेश्याम केसरी ने कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने का मास्टर प्लान बताया है. उन्होंने बताया कि गोंडा में पीकू की स्थापना की गई है. पीआईसीयू की स्थापना भी कर दी गई है. पीकू वार्ड 50 बेड का होगा. उसको कोविड अस्पताल के अंदर ही समाहित कर दिया गया है. इसके अलावा 10 एनआईसीयू बेड अलग से बनाए गए हैं. जिसमें बच्चों को संक्रमित होने पर रखा जाएगा.