चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के लक्ष्मणगढ़ से होम्योपैथिक चिकित्सक के अपहरण की घटना का पुलिस ने खुलासा किया। पुलिसिया कार्यवाही में उक्त चिकित्सक के अपहरण की साजिश करने वाले चार अपहरणकर्ता भी पुलिस के हत्थे चढ़े। इस दौरान बिलारीडीह अंडर पास के समीप अपहरणकर्ताओं व पुलिस बल में मुठभेड़ हुई। जिसमें एक अपहरणकर्ता के पैर में गोली लगी। पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की कार से फिरौती में मांगी गयी 40 लाख 50 हजार रुपये की रकम बरामद की। साथ ही उनकी निशानदेही पर पुलिस ने रामनगर स्थित एक मकान पर छापा मारकर अपहृत चिकित्सक को सकुशल बरामद कर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। उक्त मामले का आईजी वाराणसी एसके भगत ने बुधवार को खुलासा किया और पूरी पुलिस टीम के कार्यों को जमकर सराहा। आईजी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने होम्योपैथ चिकित्सक डा० अमरेश्वर दास मौर्य के परिजनों से फिरौती में 70 लाख रुपये की मांग की थी। दो जून को डाक्टर के पिता द्वारा 40 लाख 50 हजार रुपये इक_ा होने पर अपहरणकर्ताओं द्वारा रामनगर के पास पैसा लेकर आने की बात कही गयी। इसके बाद पुलिस दल न उनके वाहन का पीछा किया। इस बीच अपहरणकर्ताओं ने कटरिया अंडर बाईपास के पास रुपये के साथ आने को कहा। वहां अपहरणकर्ता चिकित्सक के पिता से पैसे लेकर चंदौली की तरफ निकल गए। इसके बाद पुलिस की सभी सक्रिय टीमें एलर्ट हो गयी और बिलारीडीह के अंडर पास के समीप पुलिस दल ने अपहरणकर्ताओं की टाटा जेस्ट कार को घेर लिया। इसके बाद कार सवार अपहरणकर्ता राजीव सिंह व सुरेश यादव अपने वाहन को सर्विस रोड पर छोड़कर भागने लगे और इसी प्रयास में उन्होंने पुलिस टीम पर लक्ष्य कर फायरिंग भी शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्यवाही में भाग रहे एक अपहरणकर्ता को पैर में गोली लगी और वह वहीं गिर पड़ा। पुलिस ने दोनों अपहरणकर्ताओं को बल प्रयोग कर पकड़ लिया और पूछताछ किया तो उन्होंने टेंगरा मोड स्थित विनोद कुमार के मकान में अपहृत चिकित्सक को रखे जाने की बात बताई। पुलिस ने फौरी तौर पर उक्त मकान पर छापेमारी की जहां दो अन्य अपहरणकर्ता अभिषेक उर्फ सत्यम पटेल व प्रतीक त्रिपाठी को गिरफ्तार किया।