सकलडीहा। स्थानीय तहसील क्षेत्र के पपौरा गांव के सार्वजनिक तालाब पर अवैध अतिक्रमण की शिकायत पर बुधवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट तहसीलदार और लेखपालों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। पैमाइश के दौरान शिकायत सत्य पाए जाने पर उन्होंने अवैध कब्जा हटाने की कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही अधिकारी द्वारा जेसीबी लगाकर अवैध अतिक्रमण हटाने का संकेत दिया गया। तहसील प्रशासन के इस कार्रवाई से अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मचा हुआ है। अभिलेखों में पपौरा गांव का आराजी नं 536 रकबा 202 हेक्टेयर सार्वजनिक तालाब के रूप में दर्ज है। ग्रामीणों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से शिकायत की कि नवनिर्वाचित जिपंस ने सार्वजनिक तालाब को पाटकर दो मंजिला मकान बनवा लिया गया है। शिकायत की जांच के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट तहसीलदार व 8 लेखपालों की टीम लेकर पपौरा पहुंचे। तालाब की पैमाइश के दौरान जिपंस के मकान का 80 प्रतिशत हिस्सा तालाब की भूमि पर ही निर्मित होने का दावा किया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि जिपंस ने तालाब की भूमि पर अतिक्रमण कर मकान का निर्माण कराया है। न्यायालय में वाद योजित कर अवैध मकान के ध्वस्तीकरण एवं अन्य अवैध कब्जे को हटाए जाने संबंधी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। जल्द ही ध्वस्तीकरण एवं अवैध कब्जा हटाने संबंधी अग्रेतर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।