पटना

मुजफ्फरपुर: जिलाधिकारी ने चौपाल लगाकर एईएस पर लोगों को किया जागरूक


बोले चमकी बुखार का लक्षण दिखते ही पहुंचे अस्पताल 

 मुजफ्फरपुर। जिले में चमकी बुखार के रोक थाम और नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा कई कार्यक्रम के माध्यम से जन जागरूकता अभियान जिले के विभिन्न प्रखंडो में चलाया जा रहा  है। इसी क्रम में बुधवार को दादर स्थित कोलुहा पैगम्बरपुर पंचायत के उर्दू प्राथमिक बिद्यालय परिसर में जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चौपाल कार्यक्रम जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एएनएम  आशा  और जीविका दीदी के साथ विभिन्न पंचायतों को गोद लिए हुए अधिकारी और जिलाधिकारी ने शिरकत की।

जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने बताया कि एईएस/चमकी बुखार को लेकर लोगों को  जागरूक किया गया जन जागरूकता के माध्यम से चमकी को धमकी दी जा सकती है साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की चमकी के लक्षण वाले बच्चों को निकट के स्वास्थ्य केंद्र पर जल्द से जल्द लेकर पहुंचे उन्हें आने-जाने का पैसा भी दिया जाएगा जिस वाहन से वह बच्चे को लेकर आएंगे उस वाहन का भाड़ा भी सरकार व्यय करेगी। साथ ही इलाज में होने वाले सारे खर्च को भी सरकार वहन करेगी उन्होंने कहा कि इस बीमारी में देरी से ही नुकसान होता है इसलिए नीम हकीम झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में ना पड़ें चमकी के लक्षण जैसे ही दिखे बच्चे को तुरंत निकट के सरकारी अस्पताल में ले जाए।

  • जीविका द्वारा एईएस पर संध्या चौपाल का आयोजन
  •  डीपीओ अनिशा ने दिए चमकी पर बचाव को  सुझाव, घर मे ओआरएस बनाने की विधि बतायी

मुजफ्फरपुर। चमकी बुखार से बचाव हेतु जन-जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत बोचहां प्रखंड के कर्णपुर उतरी  पंचायत में  बुधवार को  मास्क उपयोग व सामाजिक  दूरी का पालन करते हुए पंचायत भवन के नजदीक समुदाय के लोगो के साथ में  संध्या चौपाल का आयोजन किया गया।  जिसमें जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक अनीशा  द्वारा चमकी बुखार से बचाव हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए।

जिसमें बच्चे को कड़ी धूप में ना निकलने देने, खाली पेट रात को बच्चे को ना सोने देने, बच्चे को रात में सोते समय कुछ मीठा खिलाने तथा 1 से 15 साल के बच्चों को विशेष निगरानी के अंतर्गत रखने व चमकी बुखार से संबंधित लक्षण दिखाई देने की स्थिति में  102 नंबर पर एंबुलेंस सेवा या फिर टैग किए गये स्थानीय गाड़ी से तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चे को आंगनबाड़ी सेविका सहायिका एनएम की सहायता से या स्वयं के द्वारा बिना किसी देरी के ससमय पहुंचाने हेतु बताया गया।

साथ ही समुदाय संगठन स्तर पर समूह, ग्राम संगठन व संकुल स्तरीय संघ के प्रत्येक बैठक में जागरूकता हेतु सभी जीविका दीदी को चमकी बुखार के लक्षण तथा बचाव हेतु चर्चा करने का निर्देश दिया गया और विशेषकर 0  से  15 साल तक के बच्चे वाले परिवार को चिह्नित कर उसमे ओआरएस तथा जीवन रक्षक घोल के उपयोग के बारे में तथा स्थानीय आशा आंगनबाड़ी सेविका,सहायिका एनएम, जीविका मोबाइल वाणी का मोबाइल नंबर तथा एंबुलेंस का 102 टोल फ्री नंबर सभी के घर में उनके मोबाइल में सुरक्षित करने का निर्देश दिया गयाI

इस जागरूकत कार्यक्रम में आशा, विकास मित्र तथा जीविका मित्र और जीविका दीदियों ने भी चमकी बुखार के लक्षण तथा बचाव हेतु अपना अनुभव तथा जानकारी साझा किए। स्वास्थ्य व पोषण प्रबंधक पुष्कल दत्त तथा प्रशिक्षण अधिकारी प्रवीण पाठक तथा बोचहां प्रखंड के प्रखंड परियोजना प्रबंधक सुजीत कुमार  द्वारा भी संध्या चौपाल में चमकी बुखार से बचाव तथा सावधानी  हेतु  जीविका दीदियों को जागरूक किया गया। इस संध्या चौपाल में जीविका दीदी, प्रखंड के सभी क्षेत्रीय समन्वय तथा सामुदायिक समन्वयक जीविका मित्र, महादलित समुदाय की जीविका दीदियां तथा स्थानीय आशा, आंगनबाड़ी सेविका,सहायिका उपस्थित थी।