चंदौली। भाकपा, माकपा भाकपा, माले फारवर्ड ब्लाक तथा आरएसपी समेत तमाम वामपंथी पार्टियों के महंगाई के खिलाफ बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सदर खंड विकास कार्यालय से जुलूस निकालकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही केंद्र की सरकार को अडानी-अंबानी का सरकार करार दिया। वहीं पेट्रोल.डीजल की बढ़ती कीमतों को वापस लिया जाय। अंत में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कामरेड अनिल पासवान ने कहा कि किसान हितों में केंद्र सरकार कृषि विधेयक-2020 को वापस ले। इसके अलावा एमएसपी को सरकारी खरीद की गारंटी का कानून बनाएं। सभी गरीब परिवार को 10 हजार रुपये प्रतिमाह राहत भत्ता दिया जाय। कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार महंगाई कम करने के नाम पर आई और आज लगातार डीजल पेट्रोल की बढ़ रही कीमतों और अत्यावश्यक खाद्य सामग्री की बढ़ रही कीमतों ने आम जनता का जीवन दूभर कर दिया है। कोरोना महामारी से लॉकडाउन के दौरान बेरोजगारी से जूझ रहे लोगों पर यह महंगाई दो तरफा हमला कर रही है। रामअचल यादव ने कहा कि शासक वर्ग की मुख्य विपक्षी पार्टियां केवल चुनाव लडऩे हराने जिताने में लगी हुई हैं उनसे भी जनता के सवालों से कोई मतलब नहीं रह गया है। आने वाले दिनों में लाल झंडा एकजुट होकर गांव.गांव अभियान चलाकर जनता के जीवन से जुड़े हुए सवालों पर बड़े दायरे का आंदोलन तेज करेगा और चुनाव की राजनीति में भी अपनी अहम भूमिका अदा करेगा।
अनियमित विद्युत कटौती से लोग परेशान
मुगलसराय। इन दिनों बिजली की हो रही अनियमित कटौती से लोगों का जीना दूभर हो गया है। एक तो भीषण उमस भरी गर्मी उपर से बिजली कटौती लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दे रही हैं। वैसे इसके पीछे अतिरिक्त बोझ पडऩा बताया जा रहा है। वही भारी विद्युत कटौती से नेटवर्क भी ध्वस्त हो जा रहा है। मंगलवार को कई जगह जर्जर विद्युत तार टूट जाने के कारण सुबह से लेकर देर रात तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।