चंदौली। अलीनगर थाना की पुलिस व क्राइम ब्रांच को संयुक्त सफलता मिली। पुलिस दल ने चकिया तिराहे के पास से एक ट्रक और लग्जरी कार से अवैध तरीके से ले जायी बंगाल तस्करी के लिए जा रही 349 पेटी अवैध नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाएं पकड़ी। साथ ही छह अन्तरप्रांतीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। बरामद शराब की कीमत करोड़ों में बतायी जा रही है। इस मामले का मंगलवार को एएसपी एएसपी दयाराम सरोज ने पुलिस लाइन स्थित सभागार में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम और अलीनगर थाने की पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली प्रतिबंधित दवा फेंसाडाइल भारी मात्रा में ड्रग्स तस्कर बिहार तस्करी करने ले जा रहे हैं। मेडिकल स्टोर के इनवाइस पर कम्पनी से माल निकलवाकार ट्रांसपोर्टरों के माध्यम से माल को कम्पनी से निकलवा लेते हैं। लेकिन दवा को मेडिकल स्टोर पर न भेजकर फर्जी गोदाम बनाकर एकत्र करते हैं। इसके बाद वाहनों पर लादकर पश्चिम बंगाल सप्लाई कर देते हैं। आम जनमानस में नशेड़ी व्यक्ति इसे नशे के रुप इस्तेमाल करते हैं। यह गोरखधंधा करीब तीन वर्षों से वाराणसी के एवर्ट कम्पनी के गोदाम के आसपास से लुक छिपकर रात में छोटी बड़ी गाडिय़ों से तस्करी करायी जा रही है। इसपर टीम ने सोमवार की रात चकिया चौराहे पर घेरेबंदी कर वाहनों की जांच पड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने एक ट्रक से 150 पेटी, लग्जरी कार से 24 पेटी और पिकअप से 75 पेटी में प्रतिबंधित दवा बरामद किया। वहीं 6 तस्करों को धर दबोचा। इस बारे में ड्रग्स इंस्पेक्टर रामलाल ने बताया गया कि प्रत्येक शीशी में 20 ग्राम कोडिन फास्फेट आईपी मिला है। पकड़े गए तस्करों ने बताय कि वे मिलकर नालान्दा ट्रांसपोर्ट व लाइसेंसी मेडिकल स्टोरों के माध्यम से एबोट कम्पनी से माल निकलवाकर एक अपना गोदाम अलग बनाये हुए हैं। यहां से धीरे.धीरे माल वाराणसी से बिहार होते हुए पश्चिम बंगाल सप्लाई देते हैं। यहां इसकी अच्छी कीमत मिलती है। पुलिस टीम में स्वाट प्रभारी राजीव सिंह, अलीनगर थाना प्रभारी संतोष सिंह, उपनिरीक्षक श्रीकांत पांडेय, सत्येंद्र यादव, शिवबाबू यादव, अजीत सिंह के अलावा संदीप कुमारए धर्मेंद्र यादवए शैलेंद्र प्रताप सिंहए आनन्द सिंहए अमित यादव, राणा प्रताप सिंह, आनन्द कुमार, अमित सिंह, नीरज मिश्रा आदि पुलिस कर्मी शामिल रहे।