चंदौली

चन्दौली ।वैज्ञानिक खेती कर रोल माडल बने प्रगतिशील किसान शिवाजी


चन्दौली । जहां एक ओर खेती की लागत बढऩे, फसल के उत्पादों का उचित मूल्य न मिलने से किसानों को खेती बारी अब बोझ लगने लगी है। लोग इसे मज़बूरी का कार्य समझने लगे है। तो अब सरकार किसानों की आमदनी दो गुनी करने के लिए कृषि विभाग के माध्यम से कई महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू किया है । जिससे किसान परम्परागत खेती के स्थान पर वैज्ञानिक तरीके से खेतीबाड़ी करके अपनी आमदनी बढ़ा सके। सरकार के इन लाभकारी योजनाओं से प्रेरित होकर चन्दौली जनपद के चहनियां ब्लॉक के रामगढ़ निवासी प्रगतिशील किसान शिवाजी सिंह किसानों के रोल मॉडल बन गए है। आज विगत कई वर्षों से आधुनिक तकनीक से खेती बागवानी कर अच्छी आमदनी पा रहे है। उन्होंने ने वैज्ञानिक तरीके से खेती बागवानी के लिए विगत सन् 2017 में कृषि विज्ञान केन्द्र चन्दौली के कृषि वैज्ञानिक डॉ आर पी सिंह रघुवंशी के दिशा निर्देशन में उन्नतशील अरहर की खेती शुरू किया। जिसका रिकार्ड उत्पादन मिला। इसके बाद उनका हौसला बढ़ता गया और पूरे जनपद में इनका नाम फ़ैल गया। इसके बाद धीरे धीरे अन्य किसान भी पारम्परिक खेती छोड़कर इनके संपर्क में रहकर वैज्ञानिक तरीके से खेती की ओर अग्रसर होने लगे। जिससे आमदनी बढऩे लगी। इस सम्बन्ध में प्रगतिशील किसान शिवाजी सिंह ने बताया कि अगर किसान भाई अपनी खेती को उद्योग मानकर उन्नतशील बीजों का चयन करके वैज्ञानिक तरीके से खेती करे तो निश्चित रूप से आमदनी बढ़ सकती है। इसके लिए समय समय पर कृषि विभाग के संगोष्ठी में भागीदारी जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि मै अपने खेतो अरहर, गेहूं, चना, मटर, सरसो सहित सभी प्रकार बीज कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक के सलाह से खरीद कर बुआई करता हूं। समय समय कृषि विभाग अधिकारी मेरे खेतो में लगी फसलों के अवलोकन भी करते रहते है और आवश्यकता के अनुसार कीट नियंत्रण, खाद, निराई गुड़ाई आदि की सलाह देते है । इसके अनुसार मै खेती बागवानी करता हूं मेरे पैदावार को बीज हेतु विभाग द्वारा खरीद लिया जाता है जिससे कीमत भी अधिक प्राप्त हो जाती है । अभी तक मुझे कुल 18 बार कृषि विभाग व कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा प्रशस्तिपत्र व मेडल के साथ सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस समय मैंने लगभग एक हेक्टेयर खेत में केला, पपीता, निब, आम, अमरूद आदि की बागवानी किया हूं। आस पास के किसानों को भी वैज्ञानिक तरीके से खेती बागवानी करने को जागरूक करता हूं।