नई दिल्ली, । चीन सोशल मीडिया के जरिए प्रोपेगेंडा फैलाने का काम करता है। लेकिन ऑफिशियली चीन इससे इनकार करता रहता है। लेकिन एसोसिएटेड प्रेस की जांच में चीन की पोल खुल गई है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन अपने यहां के सभी सोशल मीडिया पर नजर रखता है और बाकी देशों के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने के काम में इन Tiktok और Facebook इनफ्लुएंसर्स का इस्तेमाल करता है।
चीन ने सोशल मीडिया पर्सनालिटी का एक नेटवर्क बनाया है जो सोशल मीडिया पोस्ट में चीनी सरकार का तारीफ करते है और उनका नजरिया बताते हैं। साथ ही वर्चुअल लॉक स्टेप में भी काम करते हैं क्योंकि वे वर्ल्ड अफेयर्स पर बीजिंग के टॉकिंग पॉइंट्स को आगे बढ़ाना चाहते हैं। इन इनफ्लुएंसर्स को खासतौर पर चीन और चीनी सरकार की तारीफ करने की जिम्मेदारी दी गई है। ताकि दुनिया भर के सोशल मीडिया यूजर्स इससे प्रभावित हो सके।
चीन के कुछ रिपोर्टर्स खुद को ट्रेंडी इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर या ब्लॉगर के रूप में पेश कर रहे है। इसके अलावा चीन ने इन्फ्लुएंसर्स खोजने के लिए फर्मों को भी काम पर रखा है ताकि सोशल मीडिया यूजर्स के सामने अपनी इमेज को बेहतर बना सके।