छपरा। सरकार द्वारा अवैध खनन के खिलाफ सख्त दिशा निर्देश देने के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह हरकत में है। शनिवार को सारण शासन प्रशासन और पुलिस प्रशासन की संयुक्त बड़ी कार्रवाई मे लगभग डेढ़ सौ अवैध बालू लदे ट्रकों को जप्त कर उनसे करोड़ो का जुर्माना वसुला गया। वहीं लाल बालू के अवैध कारोबार में लिप्त 27 लोगों को गिरफ्तार कर खनन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। लाल बालू के इस खेल में माफियाओं को भी चिन्हित किया जा रहा है, ताकि प्रशासन का शिकंजा कसा जा सके।
बता दें कि बालू माफियाओं की जड़े इतनी मजबूत है कि पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार के लाख प्रयास के बाद भी अवैध बालू का कारोबार थम नहीं रहा है जिसको लेकर सरकार की किरकिरी हो रही थी। इसको लेकर राज्य सरकार भी गंभीर हो गई है और सरकार ने दिशा निर्देश देते हुए हर हाल में अवैध खनन पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
सारण के जिलाधिकारी डॉ नीलेश रामचंद्र देवरे एवं एसपी संतोष कुमार के देखरेख में शनिवार को अवैध बालू खनन माफियाओं के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। जिसमें आरा छपरा पुल सहित आसपास से लगभग डेढ़ सौ अवैध बालू लदे ट्रकों को जप्त किया गया तथा जप्त वाहनों से करोड़ों से अधिक जुर्माना वसूल किया गया जो अब तक का 1 दिन का सबसे ज्यादा जुर्मान है। मिली जानकारी के अनुसार गत 1 मई को ब्रॉडसन
कंपनी ने सरकार द्वारा सुरक्षा नहीं दिए जाने के कारण अपना कारोबार समेट लिया था, इसके बावजूद अवैध लाल बालू का खेल चल रहा था। शासन प्रशासन द्वारा बालू माफियाओं के खिलाफ इस बड़ी कार्रवाई से जिले के सभी बालू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि लाल बालू के माफिया अपने ट्रकों को पार कराने के लिए खास युवको को रखते हैं।
आरोप है कि ये लोग सेटिंग रखते हैं। उधर प्रशासन के इस अभियान के दौरान 27 लोगों को गिरफ्तार कर उनपर प्राथमिकी भी दर्ज की गई है और इस खेल में शामिल अन्य धंधेबाजो को भी तलाश सरगर्मी से की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन द्वारा बालू माफियाओं के खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेगा।