पटना

जब तक हम हैं, तब तक चिंता करने की बात नहीं : नीतीश


मसौढ़ी (पटना)(आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिलहाल अपने पुराने संसदीय क्षेत्र बाढ़ के विभिन्न गांव के दौरा कर रहे हैं।  इस दौरान के दौरान वे अपने पुराने साथियों के साथ साथ कार्यकर्ताओं से रूबरू हो रहे हैं। इसी क्रम में पुनपुन के राजघाट नवादा में उन्होंने लोगों से मुलाकात की और उनकी जन समस्या से रूबरू हुए। राजघाट नवादा से होते हुए पुनपुन के जोल बीघा गांव में अपने कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम किए। इस दौरान कार्यकर्ताओं के समस्याओं के साथ-साथ ग्रामीणों की समस्याओं को सुनी तथा उनके द्वारा दिए गए स्मार पत्र को साथ में चल रहे अधिकारियों को सौंपा और तत्काल निदान करने का निर्देश दिया।

इसी तरह से धनरूआ के ससौना गांव में पहुंचे। जहां पर हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने उनकी समस्याओं को सुना इस दौरान कई महिलाओं ने शराबबंदी पर सवाल उठाए। महिलाओं ने उन्हें बताया कि स्थानीय थाना पदाधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं। गांव-गांव में शराब की बिक्री हो रही है। जनसंवाद यात्रा के दौरान कई लोगों ने जमीन से संबंधित वाद विवाद के निपटारे में आ रही समस्या के बारे में बताया। कई लोगों ने पैक्स में धांधली के बारे में बताया। वहीं, कई लोगों ने धनरूआ के साई खेल मैदान में स्टेडियम, केंद्रीय विद्यालय और शहादत नगर में शहीद के नाम पर सडक़ बनाने के अलावा कई सडक़ों को पीडब्ल्यूडी से बनाने की मांग की है।


अपनों से मिलकर बड़ी खुशी हुई : मुख्यमंत्री

फतुहा (पटना)(आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को फतुहा सोनारू गांव में कार्यकर्ता संवाद के दौरान कहा कि अपनों से मिलकर बड़ी खुशी हुई। राजनीतिक संघर्ष के दिनों के साथियों से मिलने की इच्छा थी जो पूरी हुई। मैं फतुहा जनता को कभी भूल सकता हूं। फतुहा जनता के प्रेम एवं स्नेह को मैं सदैव याद रखेगा।

 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार फतुहा विधान सभा क्षेत्र के फतुहा प्रखण्ड में सोनारू गांव में कार्यकर्ताओं एवं राजनीतिक संघर्ष के दिनों के साथियों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने बताया कि मै हमेशा से कार्यकर्ताओं से मिलता रहा हूं। पहले जब सडक़ें नहीं थी तो गांव-गांव पैदल जाकर मिलता था। अब सडक़ें बन गई हैं तो आना और जाना सुगम हो गया। सीएम ने कहा कि शुरुआती संघर्ष के दिनों से लेकर समता पार्टी के गठन के समय के कार्यकर्ताओं से आत्मीयता के साथ मिलने का मन बनाया हूं। यह मेरा व्यक्तिगत कार्यक्रम जैसा है।

विधान परिषद चुनाव पर आदर्श आचरण संहिता के कारण इस कार्यक्रम की रूप-रेखा बदलनी पड़ी। कार्यकर्ताओं से सीएम ने कहा कि आप लोग आए, यह देखकर बड़ी खुशी हुई। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं एवं पुराने साथियों से अनेक शिकायतें मिली है। उचित मांग/ शिकायत पर कार्रवाई होगी। इस कार्यक्रम के लिए सोनारू गांव में निजी जमीन में पंडाल लगाया गया था। कुर्सियां लगी थीं। कार्यकर्ता बैठे थे।

मुख्यमंत्री बारी-बारी से एक-एक कर कार्यकर्ताओं तक पहुंच रहे थे। वे सभी से बात करते हुए शिकायत एवं मांग संबंधित आवेदन ले रहे थे। वे मंच पर बिना माइक के बोल कर प्रस्थान कर गए। कार्यक्रम के बाद वे फतुहा से पटना के लिए प्रस्थान कर गए। इस दौरान कई स्थानों पर उनके स्वागत में लोग फूलों की माला लेकर कतारबद्ध लोग देखे गए। इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में जद् यू के कार्यकर्ता सहित आम जनता उपस्थित थे ।


इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने मंच पर खड़े होकर कहा कि यह कोई विभागीय यात्रा नहीं है। यह हमारा निजी कार्यक्रम है। इस दौरान हम आप सभी से रूबरू हो रहे हैं। आप सभी का आवेदन हमने लिया है और आश्वस्त करते हैं कि जब तक मैं हूं तब तक चिंता करने की आवश्यकता आपलोगों को नहीं है। जितनी भी समस्या है उस पर हम विचार करके यह काम को निपटा देंगे। नीतीश कुमार अपने पुराने संसदीय क्षेत्र बाढ़ के पुराने कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए। ऐसे में पुनपुन के राजघाट नवादा से होते हुए जट डुमरी पुनपुन जोलबीघा धनरूआ ससौना गांव पहुंचे। जहां पर जनसंवाद कार्यक्रम में उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। साथ ही वो महिलाओं की समस्या से भी रूबरू हुए उन्हें आश्वासन दिया गया।

इस मौके पर पटना जिला अधिकारी चंद्रशेखर सिंह, पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक मानव जीत सिंह ढिल्लों, पटना पूर्वी एसपी प्रमोद कुमार, मसौढ़ी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी वैभव शर्मा, अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा, मसौढ़ी वीडियो अमरेश कुमार सहित कई अधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान जदयू के कोई भी नेता अथवा मंत्री मुख्यमंत्री के साथ नहीं दिखे। मुख्यमंत्री अपने तय समय के मुताबिक सभी गांव एवं कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे इसके बाद वे फतुहा के लिए रवाना हो गये।