Latest News अन्तर्राष्ट्रीय नयी दिल्ली

जयशंकर ने कहा- भारत की मौजूदा सरकार को अलग तरह से पेश करने की हो रही राजनीतिक कोशिश


  • विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत की सरकार को एक विशेष तरह से पेश करने का ”राजनीतिक प्रयास” चल रहा है और राजनीतिक तौर पर गढ़ी गई छवि तथा वहां सरकार के वास्तविक रिकॉर्ड में अंतर है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल एसआर मैकमास्टर से बातचीत में जयशंकर ने बुधवार को कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण इस वक्त भारत बहुत ”तनावपूर्ण दौर” से गुजर रहा है.

यह संवाद हूवर इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित सत्र ”भारत: रणनीतिक साझेदारी के लिए अवसर और चुनौतियां” में हुआ. विदेश मंत्री ने कहा, ”हम वास्तव में 80 करोड़ लोगों को नि:शुल्क भोजन दे रहे हैं, पिछले वर्ष कई महीनों तक दिया और इस वर्ष भी कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण दे रहे हैं. हमने 40 करोड़ लोगों के बैंक खातों में पैसा भेजा है.”

उन्होंने कहा, ”इस सरकार ने यह किया है. और यदि आप अमेरिका की आबादी से ढाई गुना अधिक लोगों का पेट भर रहे हैं और अमेरिका की आबादी से अधिक संख्या में लोगों को पैसा भेज रहे हैं और यह सब आप बिना चर्चा में आए, निरपेक्ष रूप से कर रहे हैं …. किसी व्यक्ति के नाम और उससे संबंधित जानकारी से परे जाकर सीधे उसके बैंक खाते में पैसा डाल रहे हैं. इससे ज्यादा क्या चाहिए भेदभाव का कोई आधार ही नहीं है.”

जयशंकर ने कहा, ”इसलिए जब आप शासन संबंधी वास्तविक फैसलों को देखते हैं तो राजनीतिक तौर पर गढ़ी गई छवि तथा असली शासकीय रिकॉर्ड में अंतर पाएंगे. इसलिए मेरा मानना है कि आप इसे उसी तरह लें जो कि यह है-राजनीति का असल खेल. आप इससे सहमत हो सकते हैं या फिर असहमत भी हो सकते हैं लेकिन निश्चित ही मैं देखता हूं कि यह हमारी वर्तमान सरकार को एक विशेष तरह से पेश करने का राजनीतिक प्रयास का हिस्सा है और इससे मैं पूरी तरह से असहमत हूं.”

विदेश मंत्री ने कहा, ”हम भारतीय अपने लोकतंत्र को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं…भारत गहराई से एक बहुलतावादी समाज है.” मैकमास्टर ने जयशंकर से ”हिंदुत्व की नीतियों” पर एक सवाल पूछा था जिससे भारतीय लोकतंत्र की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति कमजोर होती हो. उन्होंने पूछा था कि वैश्विक महामारी के सदमे से भारत की आंतरिक राजनीति में क्या बदलाव आए हैं और क्या भारत के मित्रों का हालिया बदलावों को लेकर चिंतित होना सही है.