जहानाबाद। साइबर अपराधियों ने अपने फ्रॉड से अकूत संपत्ति बना ली है। नया टोला से गिरफ्तार धीरज के बारे में जो जानकारी हासिल हो रही है वह हैरान करने वाली है। महज पानी पूरी यानी गोलगप्पे का ठेला लगाने वाले के बेटे ने फोर व्हीलर गाड़ी, महंगे आईफोन, मोटे-मोटे सोने के चेन घर मे ऐशो आराम की सारी चीजें खरीद रखी थी। उसकी पूर्व के नगर थानाध्यक्ष राजेश कुमार से नजदीकियां शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
लोग कहते है अगर उसके मोबाइल की गहराई से जांच की जाये तो साइबर अपराधियों के साथ साथ उसके पनाहगारो की भी कलई खुल सकती है। चर्चा यह भी है वह कई पुलिस कर्मियों को फर्जी पत्रकार के जरिये मंहगी महंगी गिफ्ट देने के साथ साथ बाहर में ऐश कराने का ऑफर भी देता था। बहरहाल धीरज दो दिनों तक शहर के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी करने और कई साक्ष्य को एकत्रित करने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस की माने तो जिले में साइबर अपराध का एक बड़ा गिरोह सक्रिय है, जिसका नेटवर्क बिहार के अन्य जिलों के अलावा दूसरे राज्यों से भी जुड़े हैं।
लोगों का कहना है कि जिले के अलग-अलग इलाकों में हाल के दिनों में कुकुरमुत्ता की तरह साइबर कैफे खुले हैं। साइबर कैफे की गहरी जांच पड़ताल और उस पर पैनी नजर रखने की जरूरत है। यदि इन साइबर कैफे और इसके संचालकों की गहराई से जांच की जाय तो साइबर अपराध के भंडाफोड़ में कई साक्ष्य मिल सकते हैं। इसके अलावा बैंकों के सीएसपी अर्थात ग्राहक सेवा केंद्र पर भी नियमित रूप से नजर बनाए रखने और जांच पड़ताल की आवश्यकता है।
साइबर अपराध के भंडाफोड़ और इस गिरोह से जुड़े लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने के लिए जिले के लोगों को नए पुलिस कप्तान से काफी उम्मीदें हैं। एक सप्ताह पहले परस बीघा थाने की पुलिस ने साइबर अपराध के एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
मध्य प्रदेश की पुलिस ने एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो लड़कों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है। आगे जहानाबाद जिले के अलग-अलग इलाके में घटित साइबर अपराध के मामले की गुत्थी सुलझने के आसार दिख रहे हैं।