ठीक होने वाले सभी मरीजों का गिर चुका था ऑक्सिजन लेवल
जहानाबाद। शनिवार को जिले के सदर अस्पताल परिसर स्थित जीएनएम कॉलेज में कार्यरत डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर से 16 कोरोना संक्रमित मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर के लिए रवाना हो गए। ठीक होने वाले में नौजवानों से लेकर 76 वर्ष के बुजूर्ग भी शामिल हैं। दरअसल जिले के सबसे बड़े कोविड डेडिकेटेट इलाज सेंटर पर खुद जिलाधिकारी नवीन कुमार लगतार नजर बनाए हुए हैं।
डीएम ने यहां से लगातार गंभीर मरीजों को ठीक होकर घर जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मरीजों के उपचार में लगे चिकित्सकों, नर्सों एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पण भरे प्रयासों की सराहना की। उन्होने कहा कि जिस तरह के संक्रमण के हालात बने हैं, उसमें सिविल सर्जन, एसीएमओ, डीसीएचसी प्रभारी एवं आइसीयू के नोडल पदाधिकारी,डीपीएम जिला स्वास्थ समिति के दृढ़ संकल्प, कर्मठता एवं कर्तव्य निष्ठा का जो प्रदर्शन किया है, काबिले तारीफ़ है। विभागीय अधिकारी डाक्टर व कर्मियों के समर्पण भरे प्रयासों से सैकड़ों गंभीर मरीजों की जान बचाने में सफ़लता मिली है। इससे यहां के स्वास्थ्य महकमें की प्रतिष्ठा बढ़ी है।
छिहत्तर वर्षीय शत्रुघ्न शर्मा ने कोरोना से जीती जंग
जहानाबाद। स्थानीय डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर से डिस्चार्ज होने वाले 16 कोरोना संक्रमित मरीजों में से हुलासगंज प्रखंड के सुकिआवां गांव निवासी 76 वर्षीय शत्रुघ्न शर्मा का नाम उल्लेखनीय है। उन्हें गंभीर सांस समस्या उत्पन्न होने के पश्चात यहां भर्ती किया गया था। यह बुखार, सर्दी एवं खांसी से भी ग्रसित थे। डीसीएचसी में भर्ती होने के समय इनका ऑक्सीजन लेवल काफ़ी नीचे चला गया था एवं सांस लेने में बहुत कठिनाई हो रही थी। डीसीएचसी में चिकित्सकों नर्सों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के निरंतर देखरेख तथा उचित उपचार के पश्चात शनिवार को वे स्वस्थ होकर कोरोना से जंग जीतकर घर को वापस चले गए।
ठीक हुए संक्रमित मरीजों का गिर चुका था ऑक्सिजन लेवल
डीसीएचसी के प्रभारी ने बताया कि उक्त सभी 16 मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 60 से 80 प्रतिशत तक गिर चुका था तथा इन्हें बुखार, सर्दी, खासी इत्यादि के लक्षण परिलक्षित होने के उपरांत काफ़ी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्होंने बताया कि डीसीएचसी में इन मरीजों का चिकित्सकों एवं नर्सों द्वारा निरंतर अनुश्रवण किया गया तथा सतत देख-रेख में रखा गया। जरूरत के हिसाब से उन्हें ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्र में आपूर्ति की गई। रेमडेविर व फ़ेविफ्लू से लेकर हर जरूरी व दुर्लभ हो रही दवाओं की यहां जरूरत के हिसाब से मरीजों को आपूर्ति की गई जिसका परिणाम रहा कि मरीज लगातार ठीक होते रहे।
कोरोना उपचार के लिए जरूरी सभी चिकित्सीय उपकरण उपलब्ध
डीएम ने जिलावासियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि संक्रमण के बाद किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। जिले में स्वास्थ्य की व्यवस्था अच्छी है और कोरोना वायरस संक्रमण के उपचार में उपयोग होने वाली सभी आवश्यक दवाइयां एवं नवीनतम चिकित्सीय उपकरण उपलब्ध हैं। ठीक होकर घर जा रहे लोगों को चिकित्सकों द्वारा अपने-अपने घरों में होम कोरोनटाईन रहने के दौरान व्यायाम, योगाभ्यास, खानपान, साफ़-सफ़ाई एवं रख-रखाव संबंधित जानकारी देकर आवश्यक दवाइयों के साथ डिस्चार्ज किया। इधर ठीक होकर घर जा रहे सभी मरीजों ने भी स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों, नर्सों एवं कर्मियों तथा पूरे जिला प्रशासन को धान्यवाद दिया।