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जाति व संप्रदाय अलग हो सकते है लेकिन धर्म का पालन ही राष्ट्र धर्म-योगी आदित्यनाथ


  • नई दिल्ली, : हम आजादी के 75 वे वर्ष में प्रवेश कर गये हैं। यह आजादी आराम से नहीं मिली, बहुत जल्दी नहीं मिली थी, यह आजादी सदियों में मिली है। इसकी रक्षा कीजिए। सामाजिक संगठन देश की आजादी को संरक्षित रखने के लिए काम करें। जनजागरण चलाएं, गरीब और अभावग्रस्त बच्चों को पढ़ाएं। हमारी जाति और सम्प्रदाय अलग हो सकते हैं लेकिन हमें उत्तर से दक्षिण व पूरब से पश्चिम तक एक धर्म का पालन करना होगा। वह धर्म राष्ट्रधर्म है। अगर हम अपने राष्ट्रधर्म का पालन करेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। अगर ऐसा नहीं किया तो कोई सुरक्षित नहीं रहेगा। बुधवार को वह दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के दादरी में स्थित मिहिर भोज महाविद्यालय में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने 12.12 करोड़ रुपये की 12 विकास योजनाओं का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित करते हुए सीएम आदित्यनाथ ने कहा, नौवीं सदी के महान धर्मरक्षक सम्राट मिहिर भोज की इस प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में आकर गर्वान्वित हूं। जो सन्तति अपने इतिहास को विस्मृत कर देती है, वह अपने भूगोल को भी नहीं बचा पाती है। ऐसा ही हमारे साथ हुआ है। मुझे ऐसे तमाम महापुरुषों की जानकारी है, जिन्हें विस्मृत किया गया। आप पन्नाधाय को याद कीजिए। उदयपुर के राजकुमार की रक्षा के लिए अपने पुत्र का बलिदान दे दिया। उन्होंने महान त्याग की पराकाष्ठा को पार किया।

महाराज मिहिर भोज एक ऐसे शासक थे जिन्होंने भारत की सीमाओं को सुरक्षित किया। उन्होंने पचास वर्षो तक राज्य किया लेकिन डेढ़ सौ साल तक देश सुरक्षित रहा। उनके डर से वर्षों तक विदेशी आक्रांता भारत की तरफ आक्रमण करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए लेकिन अब हम जाति क्षेत्र भाषा के आधार पर बंटे हैं। इसका फायदा विदेशी ताकतें उठाती है। उन्होंने देश के सपूतों का नाम लेते हुए कहा कि उनके योगदान के चलते आज भारत की संस्कृति व सभ्यता सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद गजनी ने भारत पर आक्रमण किया तथा यहां की बहन बेटियों को ले जाकर वह विदेशों के बाजारों में बेचता था। उन्होंने कहा कि महाराज मिहिर भोज गुर्जर समुदाय के नहीं हर समुदाय के लोगों के लिए गौरव के प्रतीक हैं। सम्राट मिहिर भोज ने 50 वर्षों तक विदेशी आक्रांताओं को रोका और उनकी वजह से 150 वर्षों तक देश सुरक्षित रहा।