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जीडीपी डाटा और वैश्विक हालात से सहमा बाजार; औंधे मुंह लुढ़का सेंसेक्स, निफ्टी 17,650 के पार


नई दिल्ली, । भारतीय सूचकांकों (Stock Market) में 1 सितंबर को तेज गिरावट देखी गई। बाजार खुलते ही सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty)  में जबरदस्त गिरावट आई। खबर लिखे जाने तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों का सूचकांक 524 अंक गिरकर 59,012 पर था। निफ्टी 143 अंक नीच जाकर 17,615 पर कारोबार कर रहा था।

आज के दिन लगभग 1101 शेयरों में तेजी आई है, 1052 शेयरों में गिरावट आई है और 186 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। निफ्टी पर इंफोसिस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, टीसीएस, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी के शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली। जबकि भारती एयरटेल, बजाज ऑटो, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व और अल्ट्राटेक सीमेंट प्रमुख गेनर्स में शामिल थे। सेंसेक्स पैक से, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और आईसीआईसीआई बैंक पिछड़ गए। वहीं बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स और अल्ट्राटेक सीमेंट गेनर्स में शामिल थे।

एशियाई बाजारों का हाल

एशिया में सियोल, टोक्यो और हांगकांग के बाजार निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे, जबकि शंघाई में मध्य सौदों में हरे रंग में कारोबार हो रहा था। बुधवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे। बीएसई का 30 शेयरों वाला बेंचमार्क मंगलवार को 1,564.45 अंक या 2.70 फीसदी की तेजी के साथ 59,537.07 पर बंद हुआ। निफ्टी 446.40 अंक या 2.58 प्रतिशत बढ़कर 17,759.30 पर पहुंच गया। बुधवार को गणेश चतुर्थी के कारण शेयर बाजार बंद रहे।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत तापसे ने कहा कि घरेलू शेयरों में गुरुवार के शुरुआती कारोबार में गिरावट की संभावना है, अमेरिकी बाजारों के कमजोर रहने के बाद एशियन पैक पर दबाव बना रहेगा।

वैश्विक उथल-पुथल से सहमा बाजार

वॉल स्ट्रीट और अन्य एशियाई बाजारों में कमजोर रुख के चलते गुरुवार को शुरुआती स्तर पर सूचकांकों ने पिछले कारोबारी स्तर की बढ़त। को खो दिया, लेकिन एक घंटे के भीतर इसमें कुछ सुधार हुआ और नुकसान का दायरा सिकुड़ गया। टीसीएस, इंफोसिस, एसबीआई लाइफ ने गुरुवार को सपाट शुरुआत की। Q1 जीडीपी के 13.5 फीसद पर रहने के कारण बाजार में थोड़ी निराशा है। इसमें दोहरे अंकों की बढ़ोतरी जरूर हुई है, लेकिन यह ज्यादातर अनुमानों से कम है। यह तिमाही महामारी से बिल्कुल भी प्रभावित नहीं थी। लेकिन निजी खपत में बढ़ोतरी के बावजूद उम्मीद से यह कहीं कम है। इसके चलते भी बाजार में निराशा का माहौल बना हुआ है। उधर यूरोपीय देशों में महंगाई के आंकड़े जारी होने के बाद वहां की कई अर्थव्यवस्थाओं में हलचल मची हुई है। इसका असर भी बाजार पर देखने को मिल सकता है। मानसून की सक्रियता बनी रही तो Q2 में विकास दर बढ़ सकती है, लेकिन तेल की कीमतें, रूस-यूक्रेन के बीच भू-राजनीतिक तनाव और पश्चिम के देशों में मंदी का इसमें अहम रोल रहेगा।

रुपया 14 पैसे गिरा

विदेशों में अमेरिकी डॉलर की मजबूती को देखते हुए गुरुवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले (Rupee vs Dollar) रुपया 14 पैसे की गिरावट के साथ खुला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया ग्रीनबैक के मुकाबले 79.55 पर खुला, फिर 79.66 तक गिर गया। इसमें पिछले बंद के मुकाबले 14 पैसे की गिरावट दर्ज की गई है। बता दें कि मंगलवार को रुपया करीब दो सप्ताह के उच्च स्तर 79.52 पर बंद हुआ था। घरेलू विदेशी मुद्रा बाजार बुधवार को गणेश चतुर्थी के कारण बंद था। इस बीच, डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं की एक टोकरी के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत का अनुमान लगाता है, 0.28 प्रतिशत बढ़कर 109 हो गया।