जी-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए दुनिया के शीर्ष नेता पहुंच रहे हैं। इसी बीच रूस के विदेश मंत्री भी सम्मेलन में पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उनकी तबीयत खराब हो गई और अस्पताल ले जाना पड़ा। इंडोनेशिया के अधिकारियों के मुताबिक रूस के विदेश मंत्री लावरोव का इलाज अस्पताल में चल रहा है। लावरोव राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जगह पर जी-20 सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। पुतिन ने इस बार सम्मेलन में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है। इस समय बाली के अस्पताल में लावरोव का इलाज चल रहा है। उनके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। हालांकि रूस ने इस बात से ही इनकार कर दिया है कि विदेश मंत्री को अस्पताल ले जाना पड़ा। रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा है कि यह केवल अफवाह है। लावरोव स्वस्थ हैं। वहीं बाली के राज्यपाल ने कहा है कि लावरोव मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल गए थे। बता दें कि बाली में दो दिन का जी-20 सम्मेलन मंगलवार को शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसमें हिस्सा लेने पहुंचेंगे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इंडोनेशिया पहुंच चुके हैं। उन दोनों ने द्विपक्षीय वार्ता भी की। गौरतलब है कि ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन में तनाव जारी है। नैंसी पेलोसी की यात्रा के बाद यह तनाव और अधिक गंभीर हो गया था। अब देखना है कि दोनों राष्ट्रप्रमुखों की मुलाकात के बाद रिश्तों में कितना सुधार आता है। वहीं बात करें व्लादिमीर पुतिन की तो रिपोर्ट्स में यही कहा गया था कि जो बाइडन की वजह से वह जी-20 में नहीं शामिल हो रहे हैं। अगर राष्ट्रपति पुतिन इस सम्मेलन में शिरकत करते तो यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद ऐसा पहली बार होता जब दोनों ही नेता एक मंच पर होते। पुतिन इससे बचना चाहते थे। वहीं अमेरिका और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करने का भी प्लान बनाया था। इन सबसे बचने के लिए पुतिन ने इस सम्मेलन से किनारा कर लिया।