सरकार ने पिछले हफ्ते की शुरूआत में यहां तक कि शुक्रवार को भी दावा किया था कि उसके समय पर हस्तक्षेप के कारण ही कीमतों में भारी गिरावट आई है।
आंकड़ों के अनुसार 18 अक्टूबर तक खरीफ सीजन 2021-22 के लिए कुल 3.85 लाख हेक्टेयर में प्याज उगाने के लिए बारिश से नुकसान हुआ क्षेत्र 0.59 लाख हेक्टेयर था।
अधिकारियों ने कहा कि खरीफ 2020-21 के लिए तुलनीय आंकड़ा कुल 3.63 लाख हेक्टेयर खरीफ क्षेत्र में बोया गया जबकि अप्रभावित क्षेत्र 2 लाख हेक्टेयर था।