धर्मशाला, । दो वर्ष बाद धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन तिब्बती इंस्टीटयूट आफ परफार्मिंग आर्ट्स (टीआइपीए) मैक्लोडगंज में कल से हो रहा है। यह तीन से छह नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। इस बार 11वां संस्करण होगा। जिसमें भारत सहित दुनिया भर के 32 देशों की पुरस्कार विजेता, आस्कर नामित, नवीनतम और बेहतरीन फिल्मों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें बालीवुड के मशहूर फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप अपने फिल्मी अनुभव और बड़े बजट फिल्मों के बारे में जानकारी साझा करेंगे। साथ ही लिरिक्स राईटर एवं कामेडियन वरूण ग्रोवर, नेशनल अवार्ड विनर फिल्म व इंडिपेंडेट जर्नलिस्ट नम्रता जोशी सहित अन्य सलिब्रिटी भी विशेष रूप से भाग लेंगे। वहीं पाकिस्तान की आस्कर नामित फिल्म जायलैंड भी प्रदर्शित की जाएगी।
ये फिल्में की जाएंगी प्रर्दशित
अंतरराष्ट्रीय महोत्सव की निदेशक रितु सरीन व तेजिंग सोनम ने बताया कि महोत्सव में लाइनअप की घोषणा कर दी गई है। इस वर्ष की भारतीय फिल्मों में गुरविंदर सिंह द्वारा अध चनानी रात (क्रिसेंट नाइट) शौनक सेन द्वारा कान्स फिल्म फेस्टिवल गोल्डन आई अवार्ड विजेता, आल दैट ब्रीद, धरती लतर रे होरो (पृथ्वी के नीचे कछुआ) शिशिर झा द्वारा अचल मिश्रा द्वारा धूइन, प्रसून चटर्जी द्वारा दोस्तोजी, रितेश शर्मा द्वारा झिनी बिनी चडरिया (द ब्रिटल थ्रेड, अभिनंदन बनर्जी द्वारा मानिकबाबर मेघ (द क्लाउड एंड द मैन, नटेश हेगड़े द्वारा पेड्रो, इरफ़ाना मजूमदार द्वारा शंकर की परियां, बानी सिंह द्वारा तांग (लालसा), गीतिका नारंग अब्बासी द्वारा उर्फ (उर्फ) और फरीदा पाचा द्वारा मुझे देखो सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय फिल्में भी शामिल हैं।
डीआइएफएफ के 2022 लाइनअप में शाटस, एनिमेशन और बच्चों की फिल्में भी शामिल
डीआइएफएफ के 2022 लाइनअप में शाटस, एनिमेशन और बच्चों की फिल्में भी शामिल हैं। शाटस का चयन फिल्म निर्माता उमेश कुलकर्णी द्वारा किया गया है, जो पहले ही संस्करण से डीआइएफएफ प्रतिभागी और समर्थक रहे हैं। डीआइएफएफ का एक डिजिटल संस्करण सात से 13 नवंबर तक एक छोटे से लाइनअप के साथ आनलाइन भी होगा। केवल वे फिल्में जिन्होंने आनलाइन स्क्रीनिंग के लिए डीआइएफएफ की अनुमति दी है, वे हमारे दर्शकों के लिए देखने के लिए उपलब्ध होंगी।
दस सालों से हो रहा है सालाना आयोजन
धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (डीआइएफएफ) 2012 में फिल्म निर्माताओं और स्थानीय निवासियों रितु सरीन और तेनजिंग सोनम द्वारा स्थापित एक स्वतंत्र फिल्म समारोह है। यह पिछले दस वर्षों से मैक्लोडगंज में सालाना आयोजित किया जाता है। पिछले कुछ वर्षों में डीआइएफएफ ने खुद को भारत के शीर्ष स्वतंत्र फिल्म समारोहों में से एक के रूप में स्थापित किया है, जहां फिल्म निर्माता और फिल्म प्रेमी धौलाधार पहाड़ों के खूबसूरत परिवेश के बीच अंतरंग, रचनात्मक और अनौपचारिक तरीके से बातचीत करते हैं।
इन निर्देशकों की फिल्में दिखाई जाएंगी महोत्सव में
गुरविंदर सिंह की अध चनानी रात, शिशिर झा की धरती लहर री होरो, प्रसुन चटर्जी की दोस्तोजी, नताशा उर्बन की दि क्लीप्स, अजीतपाल सिंह की फायर इन दि माउंटेशन, रितेश शर्मा की झीनी बिनी चौदरिया, सैम सादिक की जायलैंड, अभिनंदन बनर्जी की मनिकबाबुर मेघ, पायल कपाडिया की ए नाइट नोइंग नथिंग, पबन कुमार की नाइन हिल्स वन वैली, आदित्य विक्रम की वन्स अपन ण् टाइम इन कलकत्ता, नतेश हेगडे की पेदरो, अनियास की दि साइलेंस आफ दि मोल, मेहक जमाल की बेड एग, कुशल की बिहाइंड दि डोरस, तनवी की दिन दरिया, ख्वाव समुंदर, वरूण की आइ एम लारेंस विलसन, विविन की एन आइएसलैंड ड्रिफटस, वरूण ग्रोवर की किस्स, मेघा रामास्वामी की लालननास सांग, गौरव देव की दि लिस्ट, अविनाश बिक्रम शाह की लोरी, सिमाब गुल की मुलाकात, अभिजीत पटियाल की नये घोड़े की नई चाल, निहित भैव की फिर कभी दि वे बी आर, जश्मीन राय कौर की रावी, जेज अब्राहम की साल्ट एंड सुगर, करण सूरी तलवार की सरसों का साग सहित अन्य कई फिल्में धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिखाई जाएंगी।