- देशभर में कोरोना के मामलों में लगातार कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन कई राज्यों में संक्रमण के मामलों में उतार-चढ़ाव अभी भी जारी है, जिसे देखते हुए कई राज्य सरकारें सावधानियों में लापरवाहियां न बरतने की लगातार अपील कर रही हैं. असम (Assam) के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने बुधवार को डिप्टी कमिश्नरों से टीकाकरण अभियान में ढील न देने को कहा है, साथ ही ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी इलाकों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए संवदेनशील इलाकों की पहचान करने के निर्देश दिए हैं.
राज्य में नए मामलों की संख्या में धीरे-धीरे गिरावट आई है, इस बीच सरमा ने मंगलवार रात डीसी और पुलिस अधीक्षकों के साथ कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि वे सभी नियमों में ढील न दें और बीमारी को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें. वहीं, छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में अब भी ज्यादा संख्या में संक्रमण के मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जिसे देखते हुए उन्होंने कहा कि डीसी को ब्लॉक स्तर पर मामलों के आधार पर संवेदनशील इलाकों की पहचान करने के निर्देश दिए.
प्राथमिकता के आधार पर किया जाए टीकाकरण
सरमा ने कहा कि इसके बाद डीसी को टीकाकरण के लिए प्राथमिकता दिए जाने वाले इलाकों की पहचान करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर कोरोना के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, वहां प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाना चाहिए, जिससे कि गांवों और चाय बागानों में संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
बैठक में मुख्य सचिव जिश्नु बारुआ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे. सरमा ने अधिकारियों को 100 फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए जिला केंद्रित रणनीतियां तैयार करने को कहा. उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिए कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना की वैक्सीन लगाई जाए ताकि दूध पिलाने वाली माताएं और दिव्यांग बच्चे उनसे संक्रमित न हों.