नयी दिल्ली। प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के समक्ष डालर की नरमी और घरेलू शेयर बाजारों में जोरदार लिवाली के बीच अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर मंगलवार को छह पैसे सुधरकर 72.96 (अनंतिम) पर बंद हुई। कच्चे तेल के दाम में लगतार तेजी के बावजूद रुपया डालर के मुकाबले मजबूत बना हुआ है। विश्लेषकों के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले रुपये की विनिमय दर में उतार चढ़ाव सीमित दायरे में है, क्योंकि निवेशक कोई बड़ा दाव अभी नहीं लगा रहे है। आरबीआई शुक्रवार को द्वैमासिक सीमक्षा जारी करने वाला है। रुपया-डालर विनिमय दर सुबह करीब कल के स्तर 73.02 पर खुली। दिन में रुपये का पलड़ा भारी हो 72.92 तक पहुंच गया था। एक समय स्थानीय मुद्रा की विनिमय दर हल्की हो 73.05 तक भी गयी। बाजार बंद होने के समय विनिमय दर 72.96 रुपये प्रति डालर थी। यह पिछले दिन की तुलना में रुपये में छह पैसे का सुधार दर्शाती है। सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 73.02 रुपये पर बंद हुआ था। वैश्विक बाजार में डालर का बैरोमीटर माना जाने वाला छह मुद्राओं वाला डालर सूचकांक 0.06 अंक की नरमी के साथ 90.92 पर आ गया था। बंबई शेयर बाजार का बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को जोर दार तेजी का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए 1,197.11 अंक यानी 2.46 प्रतिशत तेजी के साथ 49,797.72 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 366.25 अंक की जोरदार बढत के बाद 2.57 उछलकर 14,647.85 पर पहुंच गया। सोमवार को बजट घोषणाओं के बाद शेयरों में जोरदार तेजी देखी गयी और सेंसेक्स 2300 अंक से अधिक उछल कर बंद हुआ। बजट में आर्थिक बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र में बुनियदी ढांचे के विकास पर पहल के साथ साथ विनिवेश और बैंकिंग एवं बीमा क्षेत्र में कुछ कंपनियों के निजीकरण के प्रस्ताव किए गए हैं। इससे उत्साहित विदेशी संस्थागत निवेशक सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में 1,494.23 करोड़ रुपये के शुद्ध लिवाल रहे। वैश्विक जिंस वायदा बाजार में ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 1.46 प्रतिशत चढ़कर 57.17 डालर तक पहुंच गया है।
भारत कच्चे तेल का बड़ा आयातक है।