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डीएलटी लैब्सने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर नवप्रवर्तन कर किया समाधान


नयी दिल्ली। डीएलटी लैब्स एकेटीयू सेंटर ऑफ एक्सिलेंस को सफल बनाने के लिए एक करोड़तक की राशि खर्च करने को प्रतिबद्ध है। एंटरप्राइस ब्लॉकचेन सॉल्यूशंस में विश्वस्तरीय डीएलटी लैब्स ने डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालयमें सेंटर ऑफ एक्सिलेंस स्थापित करने की घोषणा की। इस केंद्र की मदद से एकेटीयू के विद्यार्थियों को ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी के ज्ञान से लाभान्वित करने में मदद मिलेगी। इसके लिए जल्द ही सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया जाएगा। एकेटीयू के 18वें दीक्षांत समारोह में इस पहल की घोषणा की गई जहां इस विश्वविद्यालय ने डीएलटी लैब्स के संस्थापक और सीटीओ को विशिष्ट भूतपूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया। कनाडा से लाइव वेबकास्ट के जरिये सीटीओने यह घोषणा भी की कि उनकी कंपनी एकेटीयू के विभिन्न कॉलेजों से इस वर्ष 600 से अधिक इंजीनियरों की नियुक्ति करेगी और अगले तीन वर्षों में 7,000 से अधिक इंजीनियरों की नियुक्ति करेगी। इस अवसर पर डीएलटी लैब्स के संस्थापक और सीटीओ श्री नीरज श्रीवास्तव ने कहा मैं इस पुरस्कार को प्राप्त कर वास्तव में गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं और इसके लिए मैं मेरे प्रोफेसरों और मार्गदर्शकों का आभारी हूं। डीएलटी लैब्स भारत की उन पहली कंपनियों में से एक है जिसने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर नवप्रवर्तन कर समाधान विकसित किया है। डीएलटी लैब्स के साझीदार और निदेशक ने कहा हमारी कंपनी का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ है, लेकिन इसने सप्लाई चेन के ऐसे उत्पादों का निर्माण कर दुनिया में धूम मचा दी जो ऑरेकल, सैप और सेल्सफोर्स जैसी कंपनियों के उत्पादों के साथ सफलतापूर्वक स्पर्धा कर रहे हैं।