अन्तर्राष्ट्रीय

डेढ़ डिग्री की हद में नहीं रहे, ‘तो नहीं बच पाएंगे इंसान’


भीषण गर्मी, बाढ़, सूखा,जंगल की आग और तूफानों के रूप में इस साल जितनी आपदाएं आईं, वे आने वाले कल की भयानक तस्वीर पेश करती हैं. वैज्ञानिक कहते हैं कि पृथ्वी की बचाना है तो 1 5 डिग्री सेल्सियस की हद में रहना होगा.