- नई दिल्ली: अफगानिस्तान की सत्ता हथियाने के बाद तालिबान पर सियासी रंग चढ़ चुका है। इस बीच खबर है कि तालिबान अफगान नेताओं के साथ लंबी वार्ता कर रहा है। तालिबान ने अफगान नेताओं के साथ वार्ता शुरू कर दी है। टोलो न्यूज की खबर के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के सदस्य अनस हक्कानी ने आज काबुल में पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और मुख्य कार्यकारी अधिकारी रहे अब्दुल्ला अब्दुल्ला से मुलाकात की।
इन मुलाकातों के पीछे का कारण अफगानिस्तान की सियासत में तालिबान की लंबी पारी की सोच को दर्शाना बताया जा रहा है। तालिबान खुद विद्रोह से भयभीत है और इस कारण वह धार्मिक, जातीय गुटों को साथ लेकर चलना चाह रहा है। तालिबान के राजनीतिक कार्यालय इसीलिए अफगानिस्तान में पिछले 20 सालों के दौरान सत्ता में अहम पदों पर रहे नेताओं से मिल रहे हैं।
15 अगस्त को एक ट्वीट में, हामिद करजई ने तालिबान को सत्ता के सुचारू रूप से चलाने के लिए गुलबुदीन हेकमतयार और अब्दुल्ला अब्दुल्ला के साथ एक समन्वय परिषद के गठन की घोषणा की थी। उन्होंने सरकारी बलों और तालिबान से काबुल की सड़कों पर मौजूदा अराजकता को नियंत्रित करने का भी आह्वान किया था। 15 अगस्त को राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर भाग जाने के बाद अफगानिस्तान की कमान तालिबान के हाथ में है।