सदर अस्पताल से लेकर एपीएचसी तक उपलब्ध कराया जायेगा आवश्यक उपकरण
(आज समाचार सेवा)
पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद आनेवाली तीसरी लहर में आकस्मिकी परिस्थितियों का सामना करने के लिए स्वास्थ्य विभाग सजग और तैयार है। इसके लिए आवश्यक उपकरणों के अलावे अन्य जरूरी संसाधन राज्यभर के सदर अस्पताल से लेकर एपीएचसी तक उपलब्ध कराये जा रहे हैं ताकि लोगों का बेहतर उपचार हो सके। जिलातंर्गत स्वास्थ्य संस्थानों में स्वास्थ्य उपकरणों को क्रियाशील रखने हेतु संबंधित स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी को उत्तरदायी बनाया गया है।
श्री पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी सदर अस्पतालों के लिए प्रति अस्पताल ४० ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ६० डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, १० बाइपैप मशीन, अनुमंडलीय अस्पतालों के लिए २५ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, ३५ डी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, ५ बाइपैप मशीन, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रें के लिए १० ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और २० बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए ५ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और १० बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए २ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और २ बी टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया है।
साथ ही हेल्थ सब सेंटर को छोड़ सभी स्तर के अस्पतालों के वाह्यï रोगी कक्ष में आवश्यकतानुसार पल्स ऑक्सीमीटर रखने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावे गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता पल्स ऑक्सीमीटर से लोगों के ऑक्सीजन की परिपूर्णता मापने का काम करेंगी।
श्री पांडेय ने कहा कि इंफ्रा रेड थर्मामीटर की उपलब्धता सभी जिलों में है। इसका उपयोग संक्रमण के दौरान बस अड्डा, रेलवे स्टेशन एवं कोविड अस्पताल में किया जाना है। वहीं राज्य के ११९ स्थानों पर पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। इसमें सभी मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल, सभी सदर अस्पताल सहित विभिन्न अनुमंडलीय अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं रेफरल अस्पताल शामिल हैं।





