- गांधीनगर। चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ से गुजरात में बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई है। 21 जिले भारी बारिश का सामना कर रहे हैं। चक्रवातीय आंधी और आसमानी बिजली से हजारों पेड़-परिसर क्षतिग्रस्त हुए हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आज दोपहर को जानकारी देते हुए बताया कि, राज्य में चक्रवात से बहुत नुकसान पहुंचा है। 40 हजार पेड़ गिरे हैं और साढ़े 16 हजार झोपड़ियां प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा कि, तीन लोगों की जान जाने की खबर आई है।
अमित शाह ने किया रूपाणी को फोन
राजधानी गांधीनगर में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गुजरात की स्थिति पर समीक्षा और तैयारियों पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की है। बैठक में चक्रवात से खासे प्रभावित 14 तटीय जिलों को लेकर बातचीत हुई। अधिकारियों ने उन्हें वर्षा की जानकारी दी। वहीं, आज गृहमंत्री अमित शाह ने भी राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बात की है।
एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में जुटीं
नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (NDRF) के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि गुजरात की स्थिति अब खतरे से बाहर है। उन्होंने कहा कि, हवा की गति अब कम हो चुकी है। प्रधान बोले, “चक्रवात के कारण पेड़ों को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। हालांकि, गुजरात के राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) ने हमें सूचित किया है और पुष्टि की है कि कोई भी मौत नहीं हुई है।”